अहमदाबाद,नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद बीजेपी ने 21 विधानसभा चुनाव लड़े हैं। इनमें से 12 में बीजेपी को जीत मिली है, जबकि 9 चुनावों में उसे हार का सामना करना पड़ा है। सफलता का यह आंकड़ा किसी भी राजनीतिक दल के लिए सुकून देने वाला है। दिसंबर में होने वाले गुजरात चुनाव बीजेपी ही नहीं बल्कि पीएम नरेंद्र मोदी के लिए भी अहम हैं।
गुजरात चुनाव में बीजेपी जब उतरेगी तब 2014 के बाद यह ऐसा पहला राज्य होगा जहां पार्टी की बहुमत की सरकार चल रही है। री-इलेक्शन में जीत की कोशिश में जुटी बीजेपी को यहां सहयोगियों का साथ भी नहीं है। नरेंद्र मोदी के पीएम बनने और अमित शाह के बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद गुजरात में होने जा रहे इस चुनाव में पार्टी का बहुत कुछ दांव पर लगा है। सन 2014 के लोकसभा चुनावों के बाद बीजेपी आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम, तेलंगाना, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, बिहार, दिल्ली, असम, केरल, पुदुचेरी, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, गोवा, मणिपुर, पंजाब, झारखंड, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव लड़ चुकी है।
बीजेपी हरियाणा, असम और उत्तराखंड में विपक्ष में रहते हुए अपने दम पर सत्ता में लौटी है। आंध्र प्रदेश, सिक्किम, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, महाराष्ट्र, बिहार, गोवा, मणिपुर और उत्तर प्रदेश में बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी है। मोदी और शाह की जोड़ी के शीर्ष पर रहने के दौरान बीजेपी ने 21 विधानसभा चुनावों में से 12 में जीत दर्ज की है। इन 21 में से 14 राज्यों कांग्रेस या कांग्रेस के नेतृत्व में यूपीए की सरकार थी, लेकिन री-इलेक्शन में इनके पास केवल दो राज्यों, अरुणाचल प्रदेश और पुडुचेरी में ही सत्ता बची। इन चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन काफी खराब रहा। मोदी के पीएम बनने के बाद बिहार और दिल्ली के विधानसभा चुनाव बीजेपी के लिए भी झटके की तरह आए।
हालांकि बाद में बिहार के समीकरण बदले और नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने के बाद वहां भी सत्ता में बीजेपी की वापसी हुई। दिसंबर में होने जा रहे गुजरात विधान सभा चुनावों का असर देशव्यापी होगा। यह चुनाव तय करेगा कि पीएम मोदी की ताकत और बढ़ेगी या यहां से घटेगी। इस चुनाव में बीजेपी का गुजरात मॉडल भी दांव पर है। रोचक बात यह है कि गुजरात वह पहला राज्य है जहां बीजेपी ने 1995 में बहुमत की सरकार बनाई थी।
2014 के लोकसभा चुनावों के बाद गुजरात विधानसभा चुनावों में पहली बार ऐसा होगा कि बीजेपी को अपनी ही नीतियों को डिफेंड करना पड़ेगा। केंद्र में भी बीजेपी की ही सरकार है और प्रदेश में भी बीजेपी ही है। हालांकि 2014 के बाद से नजर डालें तो पीएम मोदी के नेतृत्व में साढ़े 3 साल चुनावी दृष्टिकोण से बीजेपी के लिए काफी शानदार रहे। एक तरफ जहां पूर्वोत्तर के राज्यों में बीजेपी ने पहली बार सरकार बनाने में सफलता हासिल की, वहीं यूपी में पार्टी को प्रचंड बहुमत मिला।
जानिये गुजरात चुनाव मोदी और भाजपा के लिए क्यों है खास
