कैंडी,सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के शानदार शतक और केएल राहुल के रिकार्ड सातवें अर्धशतक की सहायता से भारत ने शनिवार को मेजबान श्रीलंका के खिलाफ तीसरे क्रिकेट टेस्ट मैच के पहले दिन अपनी पहली पारी में 6 विकेट पर 329 रन बना लिए थे। दिन का खेल समाप्त होने के समय रिद्धिमान साहा 13 और हार्दिक पांड्या 1 रन बनाकर खेल रहे थे। टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाजों ने धमाके दार शुरुआत की पर इनके आउट के बाद कप्तान विराट कोहली , पुजारा और रहाणे के विकेट लगातार गिरने से एक बार फिर मेजबान गेंदबाज अपनी टीम को मैच में ले आये। संदाकन ने दो, पुष्पकुमार ने तीन जबकि फार्नाडो ने एक विकेट लिया।
सुबह भारतीय कप्तान विराट ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। कप्तान के फैसले को सही साबित करते हुए सलामी बल्लेबाजों धवन और राहुल ने पहले विकेट के लिए 188 रन जोड़े। दोनों बल्लेबाजों ने शुरुआती जीवनदान का लाभ उठाया। श्रीलंका को छठे गेंदबाज के रूप में आए पुष्पकुमारा ने पहली सफलता दिलाई। उन्होंने शतक की ओर बढ़ रहे लोकेश राहुल (85) को करुणारत्ने के हाथों कैच करवाया।
इसके बाद 119 रन बनाकर खेल रहे धवन पुष्पकुमारा की ही गेंद पर दिनेश चांदीमल को कैच थमाकर आउट हो गए। भारत को पुजारा (08) के रूप में तीसरा झटका लगा, जब उन्हें मैथ्यूज ने संदकन की गेंद पर कैच किया। पुष्पकुमारा ने रहाणे को क्लीन बोल्ड कर दिया। रहाणे ने 17 रन बनाए। अब उम्मीदें कोहली पर टिक गई थी, लेकिन वे 42 रन बनाने के बाद संदकन की गेंद पर करुणारत्ने को कैच थमा बैठे। रविचंद्रन अश्विन 31 रन बनाने के बाद फर्नांडो के शिकार बने।
इस मैच में भारत के दोनो सलामी बल्लेबाजों ने एक साथ कई रिकार्ड बनाये।
धवन ने लगाया रिकार्ड छठा शतक
धवन ने पल्लेकेले टेस्ट के पहले ही दिन लंच के बाद शतक जमा दिया। यह धवन का टेस्ट क्रिकेट में छठा शतक है। धवन अपनी इस पारी के दौरान तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी करते नजर आए। उन्होंने अपने 100 रन महज 107 गेंदों में पूरे कर लिए। वैसे धवन की यह पारी लाजवाब रही क्योंकि 5 रनों के व्यक्तिगत योग पर उन्हें जीवनदान मिला जब मेंडिस ने स्लिप पर उनका कैच छोड़ दिया था। इसके बाद धवन ने कोई मौका नहीं देते हुए जमकर स्ट्रोक लगाए।
धवन ने केएल राहुल (85) के साथ पहले विकेट के लिए 188 रन जोड़े। राहुल के आउट होने के बाद धवन ने अपना शतक पूरा किया और कई बड़े रिकॉर्ड्स अपने नाम कर डाले।
धवन का श्रीलंका की सरजमीं पर यह तीसरा टेस्ट है। वह श्रीलंका की सरजमीं पर सबसे कम पारियों में तीन शतक बनाने के मामले में संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। पहले नंबर पर सचिन तेंदुलकर और चेतेश्वर पुजारा हैं, जिन्होंने 5-5 पारियों में अपने 3 शतक पूरे किए। वहीं शिखर धवन ने इस कारनामे को 7 पारियों में पूरा किया। दूसरे नंबर पर उनके साथ संयुक्त रूप से वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा भी हैं। लारा ने भी इस रिकॉर्ड को 7 पारियों में बनाया किया था।
मौजूदा सीरीज में धवन का यह दूसरा शतक है। श्रीलंका की सरजमीं पर एक सीरीज में दो शतक लगाने वाले धवन छठवें ओपनर बल्लेबाज हैं। उनके पहले इस कारनामे को रोशन महानामा, सनत जयसूर्या, परानाविताना, वीरेंद्र सहवाग और दिलशान अंजाम दे चुके हैं। धवन के 6 टेस्ट शतकों में सिर्फ एक शतक भारतीय सरजमीं पर आया है बल्कि पांच शतक विदेशी जमीन पर बने हैं।
धवन का सीरीज के तीसरे मैच में लगाया गया यह पहला शतक है। इसके पहले जितने भी शतक उन्होंने लगाए हैं वे सीरीज के पहले मैच में ही आए हैं। यह अपने आप में अनोखा रिकॉर्ड है! साल 2011 में राहुल द्रविड़ के बाद धवन पहले भारतीय ओपनर हैं, जिन्होंने विदेशी सरजमीं पर एक सीरीज में दो शतक बनाए हैं। धवन इस मैच में 119 रन बनाकर आउट हो गये ।वह इस पारी को बड़े स्कोर में तब्दील कर सकते थे लेकिन वह शॉर्ट लेग पर दिनेश चांडीमल के हाथों कैच आउट हो गये।
धवन, राहुल की शानदार बल्लेबाजी से भारत , 329/6
