बूंदी,जिले में वन विभाग के उदासीन रवैये के कारण पिछले पांच वर्षों से जिले के रामगढ़ अभयारण्य और उसकी सीमा से सटे वन क्षेत्र में डेरा डाले बैठी बंचकैटर पीलर नामक लटों ने क्षेत्र की आधी हरियाली को नष्ट कर दिया है। हरे-भरे पौधों पर चढ़कर उसके पत्तों को चटकर हरियाली नष्ट कर रही बंचकैटर पीलर लट के कारण बूंदी जिले के रामगढ़ अभयारण्य और उसकी सीमा से सटे वन क्षेत्र का रूप बदल गया है।
बंचकैटर पीलर लटों द्वारा क्षेत्र की आधी हरियाली को चट कर जाने से बरसात के मौसम में क्षेत्र में हरियाली की जगह सूखे पेड़-पौधे नजर आने लगे हैं। क्षेत्र में नष्ट होती जा रही हरियाली से परेशान प्रकृति प्रेमी बिठ्ठल सन्नाढय का कहना है कि उनके द्वारा इस सबंध में डीएफओ से लेकर पीसीसीएफ, वन मंत्री और खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री बाबूलाल वर्मा को अनेक बार ज्ञापन देकर नष्ट होती जा रही हरियाली को बचाने की गुहार लगाई गई, लेकिन अभी तक इस सबंध में किसी के द्वारा भी इस ओर ध्यान नहीं दिए जाने के कारण क्षेत्र में सक्रिय हो रही लटों की संख्या निरंतर बढऩे से क्षेत्र की हरियाली घटती जा रही है। उन्होंने सरकार और वन मंत्री से मांग है कि क्षेत्र में लगे धोक के पेड़ों पर सक्रिय हो रही बंचकैटर पीलर लटों के सबंध में देहरादून में रिसर्च करवाकर इनको नष्ट करने के लिए तुरन्त कार्रवाई शुरू करें, ताकि जिले में नष्ट हो रही हरियाली को बचाया जा सके।
वन विभाग का उदासीन रवैया, लटों ने नष्ट कर दी रामगढ़ अभयारण्य की आधी हरियाली
