इंदौर,सीबीएसई के चेयरमैन राजेश चतुर्वेदी का मानना है की स्कूल में बच्चों को पेड़ के नीचे बैठा कर भी पढ़ाना चाहिए| पढ़ाई कभी भी केवल क्लास रूम तक सीमित नहीं होनी चाहिए। उन्होंने इंदौर में कहा कि अभी छात्र और गुरुजी का संबंध केवल क्लासरूम तक सीमित होकर रह गया है। जो सही नहीं है। उन्होंने कहा कि मुझे मेरे गुरुओं ने पेड़ के नीचे बैठकर जो अनौपचारिक शिक्षा दी थी, वह आज तक मेरे काम आ रही है।
सीबीएसई के चेयरमैन होने के नाते उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि छात्रों को क्लास रूम से बाहर लाकर औपचारिक तरीके से महत्वपूर्ण शिक्षा प्रदान की जाए। जिस तरह गुरुकुल पद्धति में सुबह के सत्र में पढ़ाई होती थी। दूसरे सत्र में तरह-तरह के प्रशिक्षण, जैसे धनुर्विद्या योगा प्राणायाम आदि का प्रशिक्षण, शिक्षकों को दिया जाता था। तीसरे सत्र में शिष्य गुरुओं की सेवा करते थे। जिसके कारण होने सामाजिक, नैतिक मान्यताओं का ज्ञान होता था। जिससे का समग्र विकास संभव हो पाता था। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय पर इसी तरीके की शिक्षा पद्धति की जरूरत है।
पेड़ के नीचे ही मिलती है सही शिक्षा- चतुर्वेदी
