राजगढ़, जिले के खिलचीपुर से भाजपा विधायक हजारीलाल दांगी व उनकी तीन पत्नियों पर अनूसूचित जाति वर्ग की जमीन धोखे से खरीदने का प्रकरण दर्ज करने का आदेश न्यायालय ने दिया है। यह खबर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए मुश्किलें बढ़ा सकती है। राजगढ़ विशेष न्यायायल ने एससी एसटी. एक्ट के तहत भाजपा के वर्तमान विधायक हजारीलाल दांगी, सहित उनकी तीन पत्नियों सरदार बाई, धापूबाई , जोत्सना बाई एवं एक अन्य व्यक्ति श्री नाथ पिता बद्री लाल टांक पर धारा (3)(1)(4) के तहत प्रकरण दर्ज कर ग्रिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। वही न्यायालय ने 21 अगस्त को विधायक को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने के आदेश जारी किए है । बताया जा रहा है कि राजगढ़ के जीरापुर तहसील में ग्राम बटावदा दलित समाज के लोगो की शासकीय पट्टे की जमीन बहला भुसला कर बगैर कलेक्टर की अनुमति के विधायक हजारी लाल दांगी ने स्वयं व अपनी 3 पत्नियों के नाम व एक अन्य व्यक्ति के नाम जिस्ट्री करवा ली । जिसको लेकर दलित समाज के पीडि़तों ने 1। जनवरी को विशेष न्यायालय में प्रकरण दर्ज करवाया था। अनुसूचित जाति के लोगो की शासकीय पट्टे की जमीन वगैर कलेक्टर की अनुमति के क्रय करने धारा (3)(1)(4) तहत क्रय करने पर 5 साल की सजा के प्रावधान है। वहीं चुनाव घोषणापत्र में भी विधायक ने तीन पत्नियों की जानकारी दी है या नहीं यह जांच का विषय है। हिंदू विवाह अधिनियम के तहत एक ही पत्नी रखने का अधिकार है। अगर यह जानकारी छुपाई गई है तो भी विधायक की मुश्किलें बढ़ेगी।
तीन पत्नियों समेत भाजपा विधायक हजारीलाल दांगी पर गिरफ्तारी वारंट जारी
