रायपुर, पं.रविशंकर शक्ल विश्वविद्यालय द्वारा जारी की गई बीकॉम तृतीय वर्ष की अंकसूची में गंभीर त्रुटि है। यह त्रुटि इस वर्ष की नहीं है, बल्कि पिछले दस सालों से अंकसूची में यह गलती चली आ रही है, मामला बीकॉम तृतीय वर्ष का है। बीकॉम तृतीय वर्ष में एक विषय प्रिंसिपल ऑफ मार्केटिंग का भी है। इसके एक शब्द प्रिंसिपल की स्पेलिंग मार्कशीट में गलत लिखी हुई है, जिसकी वजह से पूरा अर्थ ही बदल गया है। मार्कशीट में मार्केटिंग के सिद्धांत लिखा जाना था, लेकिन अक्षर त्रुटि के कारण विषय का नाम मार्केटिंग के प्राचार्य हो गया है। इस प्रकरण के सामने आने के बाद अब दूसरे स्ट्रीम के भी सभी विषयों के नाम विशेषज्ञों द्वारा जांचे जा रहे हैं। विश्वविद्यालय द्वारा संचालित सभी कोर्स एवं विषयों के एक-एक अक्षर की जांच सावधानीपूर्वक की जा रही है।
पिछले दस सालों से छात्रों की अंकसूची में विषय का नाम गलत प्रकाशित होता आ रहा है। अब दस साल पुराने छात्रों की अंकसूची बदलकर उन्हें नई अंकसूची प्रदान की जायेगी या छात्रों द्वारा आवेदन किये जाने पर ही उनमें सुधार किया जायेगा,इस पर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। यदि सुधार किया जाता है, तो दस वर्षों में अध्ययन कर निकले लाखों छात्रों की अंकसूची पुनः जारी करनी होगी, इसमें लाखों की लागत के साथ पर्याप्त वक्त भी लग जायेगा।
एक दशक से गलत अंकसूची बांट रहा था रविवि
