लखनऊ,उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य में कन्या भूण हत्या रोकने के लिए एक अहम योजना की शुरूआत की है। लिंग परीक्षण को दंडनीय अपराध घोषित किए जाने के बावजूद भी चोरी छिपे इस अमानवीय कृत्य को अंजाम दिया जाता है। कन्या भ्रूण ह्त्या रोकने के लिए योगी सरकार एक नया अभियान शुरू किया है। अब ऐसे लोगों को ईनाम मिलेगा जो लिंग परिक्षण कराने वाले अस्पताल और नर्सिंग होम के बारे में बताएंगे। मुख्यमंत्री योगी ने 24 जून को खुद अपने घर से मुखबिर योजना शुरू कर रहे हैं। कन्या भ्रूण ह्त्या रोकने के लिए राज्य सरकार ने ये फैसला किया है। खुपिया खबर मिलने के नर्सिंग होम और अल्ट्रासाऊंड केंद्रों पर स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम छापा मारेगी, फिर उनके खिलाफ कार्रवाई भी होगी। इसके साथ ही मुखबिर को ईनाम भी दिया जाएगा। पीसीपीएनडीटी ऐक्ट के तहत ये मुखबिर योजना शुरू की जा रही है। यूपी में लिंगानुपात अधिक है यहां एक हज़ार लड़कों पर मात्र 903 लडकियां है। राजस्थान में पहले से ही यह योजना चलाई जा रही है।