दिल्ली, २-जी स्पेक्ट्रम मामले में भाजपा नेता सुब्रहमण्यम स्वामी ने बुधवार को उद्योगपति रतन टाटा और दूसरे लोगों के खिलाफ सबूत पेश करने को लेकर कोर्ट से अतिरिक्त समय की मांग की है। इससे पहले की सुनवाई में दिल्ली कोर्ट ने स्वामी की उस मांग को खारिज कर दिया था, जिसमें उन्होंने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी। साथ ही सीबीआई से मामले में एक स्टेट्स रिपोर्ट दाखिल करने की अपील की थी।स्वामी ने दावा किया कि सीबीआई ने पुष्टि की है कि २-जी मामले में टाटा की सहभागिता की जांच चल रही है।
भाजपा नेता स्वामी की ओर से पिछले वर्ष दिसंबर में उद्योगपति रतन टाटा और पूर्व टेलीकॉम मंत्री ए राजा और वरिष्ठ यूनिटेक के एक अधिकारी पर गलत तरीके से यूनिटेक कंपनी को २-जी स्पेक्ट्रम लाइसेंस दिलाने में मदद का आरोप लगाया। स्वामी का आरोप है कि टाटा ग्रुप की कई कंपनियों ने यूनिटेक की कंपनियों की मदद से करीब १,७०० करोड़ का अवैध तरीके से लेनदेने किया। यह पूरा लेनदेन वर्ष २००७ के मार्च माह से वर्ष २००८ के मार्च माह के दरम्यान हुआ। स्वामी की ओर से मामले में मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर के हवाले से कई सबूत पेश किये गये हैं। स्वामी ने कोर्ट से मामले में आरोपियों के खिलाफ धोखेबाजी, आपराधिक साजिश और मनी लांड्रिंग के तहत के चलाने की मांग की। स्वामी ने कोर्ट से अपील करते हुए कहा कि वो प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को आगे की जांच के लिए निर्देश दें।
स्वामी ने टाटा के खिलाफ सबूत पेश करने को लेकर मांगा समय
