भोपाल,लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन को लेकर मंगलवार को भाजपा चुनाव समिति की बैठक प्रदेश भाजपा कार्यालय में हुई। बैठक में सभी 29 लोकसभा सीटों के दावेदारों के नामों पर चर्चा हुई। लेकिन, दो सीटों को छोड़कर अन्य पर सहमति नहीं बन पाई है। दावेदारों के नामों पर चर्चा के बाद पैनल केंद्रीय चुनाव समिति के पास भेजा जाएगा, जिसके बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जाएगी। नामों का अंतिम फैसला केंद्रीय चयन समिति ही करेगी। सूत्रों की मानें तो दावेदारों पर मंथन के लिए प्रदेश चुनाव समिति की एक और बैठक हो सकती है।
जानकारी के अनुसार, इंदौर और जबलपुर से नाम फाइनल हो गए हैं। इंदौर से लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और जबलपुर से राकेश सिंह का नाम तय हो चुका है। सूत्रों की मानें तो सतना, खंडवा पर मौजूदा सांसदों को ही टिकट दिया जा सकता है। वहीं, बालाघाट और शहडोल में बदलाव की खबर है।
होली बाद आएगी पहली सूची
बैठक के पहले मीडिया से चर्चा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बताया कि प्रदेश चुनाव समिति की बैठक के बाद चयनित प्रत्याशियों का पैनल दिल्ली में पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा जाएगा। अंतिम फैसला दिल्ली से ही लिया जाएगा। मध्यप्रदेश की लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट 22 मार्च यानि होली के बाद ही जारी होगी। पूरे प्रदेश से टिकट के दावेदारों ने समर्थकों के साथ भाजपा कार्यालय के बाहर डेरा जमा रखा है।
अभिषेक की दावेदारी पर संशय
सुबह से ही भाजपा कार्यालय में दावेदारों का जमावड़ा लगा रहा। कई नेताओं ने खुद के लिए तो कुछ ने बच्चों, भाई, भतीजों के लिए टिकट की मांग की। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने अपने बेटे अभिषेक और पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने अपनी बेटी मौसम के लिए टिकट की मांग की है। हालांकि, अभिषेक ने साफ कहा कि पार्टी बड़े लक्ष्य के साथ चुनावी मैदान में उतर रही है। अगर मेरी दावेदारी से वंशवाद के आरोप लगते हैं तो मैं दावेदारी वापस ले लूंगा।
कुलस्ते और चौहान ने फिर की दावेदारी
वहीं, मंडला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और खंडवा से नंदकुमार सिंह चौहान ने फिर से दावेदारी पेश की है। इसके अलावा भी कई बड़े नेता दावेदारी ठोक रहे हैं, जिसके चलते सहमति न बन पाने के कारण पैनल बनाकर दिल्ली भेजा गया है।
नागर और साधना का विरोध
राजगढ़ सांसद रोडमल नागर और विदिशा से संभावित उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह के खिलाफ कार्यकर्ता भाजपा कार्यालय पहुंचे। उन्होंने नागर को दोबारा टिकट दिए जाने का विरोध किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सांसद के खिलाफ नारेबाजी भी की। वहीं, साधना के खिलाफ भी विरोध करने वाले खुलकर मैदान में उतर आए।
विदिशा से ज्यादा दावेदारी
विदिशा सीट से दावेदारी बढ़ गई है। चौहान की पत्नी साधना के अलावा दीपक विजयवर्गीय, पूर्व वित्त मंत्री राघवजी की बेटी ज्योति शाह, पूर्व मंत्री रामपाल की पत्नी शशिप्रभा सिंह के लिए भी टिकट मांगे जा रहे हैं।