पटना,भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि राफेल डील की जांच जेपीसी से होनी चाहिए। उन्होंने एक समाचार चैनल को कहा कि सच कहना कोई खिलाफत नहीं है और सिद्धांतों में बात करना कोई बगावत नहीं है। आप सिर्फ इनका जवाब दें दे कि 126 विमानों की बात हुई थी, हमने 36 पर समझौता क्यों किया? किन शर्तों पर समझौता किया? दाम इतने क्यों बढ़ा दिए गए? उन्होंने कहा कि एक झूठ या एक सच को छुपाने के लिए हम 10 झूठ बोले जा रहे हैं, दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मेरी आदत है कि सिद्धांतों से समझौता नहीं करने की। मेरी आदत है सच को सच कहने की, अगर कोई तारीफ करता है, भले ही वह विपक्षी पार्टी के हो या फिर तारीफ के लायक काम करें तो मैं उनकी तारीफ करता हूं और वह शिकायत करें या गड़बड़ करें, या फिर अपने लोग ही गड़बड़ करें तो मैं जरूर सफेद को सफेद और काले को काला कहता हूं।
उन्होंने कहा ‘राफेल मुद्दे पर मैं यह नहीं कह रहा हूं कि कौन दोषी है और कौन नहीं। वह तो जांच के बाद पता चलेगा। लेकिन जो कुछ बातें सीधी-सीधी पूछी जा रही है, वह राष्ट्रहित में और देशहित में जवाब दें। आप राहुल गांधी को जवाब नहीं देना चाहते हों, या विपक्ष पार्टियों को जवाब नहीं देना चाहते हैं तो नहीं दें, लेकिन पूरे देश में चिंता इस तरह फैली हुई है कि क्या वजह है कि राफेल डील 13 दिन पहले जो कंपनी बनाई गई उसके हवाले कर दी, वह भी एचएएल जैसी कंपनी को छोड़कर। क्या वजह है सिर्फ आप यही बता दो। आप दाम भी नहीं बता रहे हो। फिर उसके बाद आप कहते हैं कि जो डील यूपीए के समय हुई थी हमने उससे 9 प्रतिशत सस्ता में यह डील किया।’
पटना साहिब से सांसद ने कहा कि सरकार अगर खुद अपनी जांच के लिए एजेंसी तय कर दे तो एक सवालिया निशान रह जाएगा, जनता इस पर भरोसा नहीं करेगी, मेरा मानना है कि जांच जेपीसी से होगी चाहिए। उन्होंने कहा कि जेपीसी में हमारा बहुमत है, लेकिन जेपीसी से जो बात निकलेगी वह दूर तलक जाएगी, सच्चाई को सामने आना ही होगा।