राजकोट के सट्टा व हवाला माफिया के फार्म हाउस पर ठहरा जीतू सोनी पुलिस को चकमा देकर हुआ फरार

इंदौर,कई संगीन मामलों में आरोपी इंदौर ‎निवासी जीतू सोनी क्राइम ब्रांच को चकमा देकर फरार हाने में कामयाब हो गया है। वह गुजरात राज्य के राजकोट के एक फार्महाउस पर फरारी काट रहा था। बताया जा रहा है कि वह फार्म हाउस सट्टे और हवाला कारोबारी का है। उसका एक पार्टी के नेताओं और पुलिस से सीधा संपर्क है। शक है कि राजकोट क्राइम ब्रांच ने छापे की सूचना लीक कर उसे भगा दिया। मानव तस्करी, लूट, अपहरण, देह व्यापार सहित 56 केसों में फरार जीतू सोनी की तलाश में क्राइम ब्रांच ने बुधवार को राजकोट (गुजरात) में कई जगह छापे मारे थे। एक टीम ने उसके भाई महेंद्र सोनी को सावेरकुंडला अमरेली से गिरफ्तार कर लिया, लेकिन जीतू, बेटे विक्की उर्फ प्रणय, भतीजे जिग्नेश के साथ फरार हो गया। वह शहर के बाहरी इलाके में बने एक आलीशान फार्म हाउस में छिपा था। सूत्रों के मुताबिक यह फार्म हाउस राकेश पोपट का है। उसका गुजरात में सट्टे और हवाला का कारोबार है। पोपट की बड़े नेताओं और पुलिस से भी गहरी दोस्ती है। क्राइम ब्रांच एएसपी राजेश दंडोतिया ने छापे के लिए चार टीमें बनाई थीं। एक टीम ने राजकोट क्राइम ब्रांच से मदद मांगी तो बल मुहैया कराने में दो घंटे लगा दिए। रात करीब 11 बजे टीम वहां पहुंची तो जीतू, विक्की और जिग्नेश भाग चुके थे। अफसरों को शक है कि राजकोट क्राइम ब्रांच ने सूचना लीक की है क्योंकि पुलिसकर्मियों ने कुछ लोगों को फार्म हाउस के मालिक का फोटो बताया तो उन्होंने बताया कि इसे शहर के सारे लोग जानते हैं और इसका पुलिसवालों से सीधा संपर्क है। हालांकि जांच में शामिल कुछ लोगों का मानना है कि जीतू राजकोट नहीं बल्कि मुंबई में है। यहां उसका बेटा और भतीजा ठहरा था। क्राइम ब्रांच ने महेंद्र सोनी से पूछताछ की तो बताया कि उसका जीतू सोनी के कामधंधे से कोई लेना-देना नहीं है। वह सांवेर रोड स्थित स्टील फैक्ट्री संभालता था। जीतू ने कागजों पर माय होम होटल का डायरेक्टर बना दिया था। उसे तो यह भी नहीं पता कि उस पर किस धाराओं में कितने केस दर्ज हैं। उसने बताया कि छापे के दौरान जब परिवार के सभी सदस्य भागे तो उसे भी कार में ले गए। गंभीर बीमारी के कारण रिश्तेदार के घर में रहने लगा था। बताया जाता है कि जीतू ने फरारी का ज्यादा वक्त पश्चिम बंगाल और नेपाल में काटा है। पुलिस अब नए सिरे से छानबीन कर रही है। करोड़ों रुपये की संपति के मालिक महेंद्र सोनी की स्थिति खराब है। कोर्ट ने सेंट्रल जेल का वारंट बनाया लेकिन कोरोना के कारण उसे जिला जेल दाखिल करना पड़ा।दोपहर को महिला व पलासिया थाना टीम ने उसे कोर्ट में पेश किया और जेल भेज दिया। उस वक्त उसके पास सिर्फ 200 रुपये, दवाई, टूथ पेस्ट और ईनो के पाउच थे।

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