इस वर्ष का पहला सूर्यग्रहण कल, 6 घंटे तक रहने वाला ग्रहण फायर रिंग के रूप में दिखेगा, जानिये किस राशि पर क्या होगा प्रभाव

जबलपुर,साल का पहला सूर्यग्रहण रविवार 21 जून को पड़ने वाला सूर्यग्रहण कुछ लोगों के लिये शुभ् तो कुछ लोगोें के लिये अशुभ साबित होगा। राशियों के आधार पर इसका असर पड़ेगा। वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण 6 घंटे 19 मिनिट तक रहेगा। रविवार को सुबह 9 बजकर 15 मिनिट से यह प्रारंभ होगा और दोपहर 3 बजकर 4 मिनिट पर इसका मोक्ष होगा।यह ग्रहण फायर रिंग के रूप में दिखाई देगा। ग्रहण का सूतक काल आज शनिवार की रात 10 बजकर 5 मिनिट से शुरू होगा।
ग्रहण के बारे में ज्योतिषचार्य पी.एल गौतमाचार्य ने बताया कि ग्रहण का इंसान की सभी 12 राशियों पर इसका कुछ प्रभाव भी देखने को मिलता हैं। कुछ राशि के जातकों के लिए यह प्रभाव सकारात्मक तो कुछ राशियों के लिए ये प्रभाव नकारात्मक भी हो सकते हैं।
6 घंटे लंबा होगा ग्रहण
21 जून को सुबह 915 बजे ग्रहण शुरू हो जाएगा और 12:10 बजे दोपहर में पूर्ण ग्रहण दिखेगा। इस दौरान कुछ देर के लिए हल्का अंधेरा सा छा जाएगा। इसके बाद 03:04 बजे ग्रहण समाप्त होगा। यानी करीब 6 घंटे का लंबा ग्रहण होगा।
सूर्यग्रहण पर जरूर करें ये कार्य
सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य से संबंधित मंत्रों का जाप करें।
ग्रहण खत्म होने के बाद पूरे घर में गंगाजल डालकर शुद्धि करें। मान्यता है कि ग्रहण खत्म होने पर मंदिर में पूजा कर दान अवश्य करना चाहिए और गाय को रोटी खिलाने से अच्छा फल प्राप्त होता है।
किस राशि पर क्या प्रभाव
राशियों के अनुसार मिलने वाला फल-
मेष- मेष राशि को इस ग्रहण के 15 दिनों के बाद बहुत लाभ मिलने वाला है। धन की प्राप्ति होगी और आपका काम भी अच्छे से चलेगा। ग्रहणकाल के बाद थोड़ा सा गंगाजल पी लें।
वृषभ- इस राशि के लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। आपको धन की हानि हो सकती है और कर्जे बढ़ सकते हैं। ग्रहणकाल के बाद एक नारियल दान कर दें।
मिथुन- मिथुन राशि के ऊपर ही सूर्य का ग्रहण लग रहा ह,ै ऐसे में इस राशि वालों को बहुत ज्यादा सावधान रहने की जरूरत होगी। कोई चोट लग सकती है या दुर्घटना हो सकती है। गाड़ी सावधानी से चलाएं। ग्रहणकाल में लगातार सूर्य के मंत्रों का जाप करें और तुलसी जी पर घी का दीपक जलाएं।
कर्क- कर्क राशि के खर्चे में अचानक बढ़ोतरी हो जाएगी। आपको नींद कम आएगी और चिंता बढ़ जाएगी और बुरे-बुरे सपने आ सकते हैं। ग्रहणकाल में गंगा जल से स्नान करने के बाद दही और हल्दी का तिलक लगा लें और इस दिन लाल वस्त्र धारण करके रहें।
सिंह- सिंह राशि का स्वामी सूर्य है इसलिए इस ग्रहण से सिंह राशि वालों को महालाभ मिलने वाला है। धन लाभ के अलावा कहीं से कोई अच्छी खबर भी मिल सकती है। जल में गुड़ डालकर सूर्य को चढ़ाएं।
कन्या- इस राशि वालों को रोग, कष्ट का भय हो जाएगा। ये ग्रहण आपके दसवें भाग में लग रहा है तो काम धंधे में थोड़ी रुकावट आ सकती है। आपके शत्रु भी आपको परेशान कर सकते हैं। तांबे के लोटे में लाल रंग के बीज डालकर सूर्य को जल चढ़ाएं और सूर्य के मंत्रों का जाप करें।
तुला- इस राशि के लोगों को संतान के प्रति सावधानी रखनी होगी। बच्चे को इस दौरान घर से बाहर ना जाने दें और उस पर नजर बनाए रखें। संतान को किसी तरह का रोग भी हो सकता है। ग्रहण के बाद संतान के सिर के ऊपर से गुड़ घुमाकर किसी को दान कर दें।
वृश्चिक- ये ग्रहण वृश्चिक राशि वालों के लिए बहुत अच्छा समय लेकर आ रहा है। नई नौकरी या नए व्यापार के अवसर मिलेंगे जिससे आपको बहुत लाभ मिलेगा। आपकी सारी परेशानियां दूर होंगी और घर में सुख शांति आएगी और विवाह का भी योग बनेगा। गंगाजल डालकर स्नान करें, नारंगी रंग के वस्त्र पहनें और लाल टीका लगाएं।
धनु- इस राशि के लोगों को वाहन सुख मिलेगा और यात्र का योग बनेगा। आपके सारे अधूरे काम बन जाएंगे। व्यापार के सिलसिले में कहीं बाहर जा रहे हैं तो बहुत लाभ मिलने वाला है। नारियल पर लाल टीका लगाकर मंदिर में दान करें और कलाई में लाल धागा पहन कर रखें।
मकर- आपकी साढ़ेसाती पहले से ही चल रही है ऐसे में इस दौरान आपकी चिंता और बढ़ जाएगी। ज्यादा मत सोचें और आराम से रहें। तांबे का एक कड़ा पहन लें और तांबे के लोटे से पानी पिएं।
कुंभ- खचरें में बढ़ोतरी होगी और काम में भी बाधा आ सकती है। कई तरह की परेशानियां बढ़ सकती हैं। धन का बचाव करें। ग्रहण काल के 15 दिनों के बाद तक सभी से सौहार्दपूर्ण व्यवहार रखें। दही-हल्दी मिलाकर लाल टीका लगाएं।
मीन- मीन राशि वालों के लिए ये ग्रहण बहुत अच्छा रहने वाला है और उनके सारे काम बन जाएंगे। ग्रहण का आप पर बहुत अच्छा असर पड़ने वाला है। आप जो भी मेहनत करेंगे उसका फल मिलेगा। सूर्य के मंत्रों का जाप करें।
यह पडेगा प्रभाव
सूर्य चंद्र बुध सूर्य राहु की युति एवं ६ ग्रह वक्री हैं बुध, गुरु, शुक्र शनि राहु और केतु तथा मृगशिरा नक्षत्र में 4 ग्रहों की युति हो रही है। इसका परिणाम बहुत ही भयानक हो सकता है। जैसे – कोई बड़ा बम विस्फोट, आगजनी समस्या, अनकहीं घटना, युद्ध, आकाशीय घटना,भूकम्प, तूफान, उच्च स्तरीय नेताओं की असामयिक मृत्यु, एवं सीमा पर उठा-पटक की संभावना बन सकती है।

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