भोपाल,लॉकडाउन लागू होने के बाद मध्यप्रदेश में पेट्रोल और डीजल की बिक्री काफी कम हो गई है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रोजाना लगभग 9 लाख लीटर पेट्रोल की बिक्री होती थी। जो अब घटकर मात्र 36000 लीटर पर आ गई है। भोपाल में डीजल की बिक्री 12 लाख लीटर होती थी। जो अब घटकर 8 लाख लीटर रह गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में फसलों की कटाई के दौरान डीजल की बिक्री हो रही है। लेकिन शहरी क्षेत्रों में डीजल और पेट्रोल की खपत काफी कम हो गई है। प्रदेश के हर जिले में लगभग यही हालत है।
पेट्रोलियम कंपनियां नहीं घटा रही दाम
16 मार्च से भोपाल में पेट्रोल के दामों में कोई परिवर्तन पेट्रोलियम कंपनियों ने नहीं किया है। 16 मार्च को 1 लीटर पेट्रोल की कीमत 77 रुपये 55 पैसे थी। जो आज भी 77 रुपए 55 पैसे है। शहर में डीजल के दामों में भी कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। पेट्रोलियम कंपनियों की दादागिरी देखने में आ रही है। उन्हें अंतरराष्ट्रीय बाजार के अनुसार रोज रेट घोषित करने के नियम है।
केंद्र एवं राज्य सरकारों को फटका
कोरोनावायरस के चलते लॉक डाउन के दौरान केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को पेट्रोल और डीजल की बिक्री से जो राजस्व प्राप्त होता था। उसमें भारी कमी आई है। इसको लेकर राज्य सरकारें भी आर्थिक संकट से गुजर रही हैं।
टैंकर के चालक और हेल्पर परेशान
डिपो से पेट्रोल एवं डीजल की आपूर्ति करने वाले टैंकर, डिपो के आसपास खड़े हैं। लाकडाउन के कारण आसपास के सभी होटल और ढाबे बंद हो गए हैं। टैंकर के ड्राइवरों और हेल्परों को पिछले कई दिनों से खाना नहीं मिला है। टैंकर वर्कर्स एसोसिएशन ने सरकार से मांग की है कि पेट्रोलियम कंपनियों से टैंकर स्टाफ के लिए भोजन की व्यवस्था डिपो के आसपास कराने के आदेश जारी करे।