आत्महत्या का ख्याल आने के पीछे नींद पूरी न होना है असल वजह

लंदन,अगर कोई निराशा का शिकार है, तो उसके लिए अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी है। अगर वह पर्याप्त नींद नहीं ले पाएगा तो उनके मन में आत्महत्या करने का ख्याल आ सकता है। ऐसा मैनचेस्टर विश्वविद्यालय के एक अध्ययन में सामने आया है। रिसर्चर डोना लिटिलवुड ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने इग्लैंड में करीब 51 ऐसे लोगों से बात की, जिनके अपनों की शिकायत थी कि वह बार-बार आत्महत्या करने की बात करते हैं। उसके आधार पर ही यह निष्कर्ष निकाला गया है कि इनमें से ज्यादातर लोग ऐसे थे जिन्हें रात में नींद बहुत कम आती थी। नींद नहीं आने से वह रात को ज्यादातर समय कुछ न कुछ सोचते रहते हैं और उन्हें अपने जीवन के ऐसे पल सबसे ज्यादा याद आते हैं, खास कर वह जिनसे उन्हें मानसिक चोट पहुंची हो। अनुसंधानकर्ताओं ने इस परिणाम के बाद डॉक्टरों से अपील की है कि जो लोग निराश रहते हैं, उन्हें इलाज के साथ अच्छी नींद भी लेनी चाहिए। इस तरह से आत्महत्या की संभावना को कम किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि नींद हमारे शरीर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। न सिर्फ निराशा और तनाव को दूर करने के लिए बल्कि किसी भी बीमारी को दूर करने में भी नींद का बहुत बड़ा योगदान होता। यही वजह है कि डॉक्टर भी दवा देने के साथ-साथ पर्याप्त आराम करने की सलाह देते हैं। नींद की दवाओं समेत सीरप में भी नशीले तत्वों का इस्तेमाल मरीज को चैन की नींद देने के लिए किया जाता है। किसी तरह के शारीरिक या फिर मानसिक दर्द से ध्यान हटाने के लिए पेन किलर के साथ नींद आने की दवाएं भी दी जाती हैं। यह प्रक्रिया किसी भी बीमारी को रिकवर करने में बहुत मददगार होती है। अच्छी नींद नहीं आने के कारण लोगों में तनाव और चिड़चिड़ाहट बढ़ने के मामले भी अक्सर सामने आते हैं। इस तरह से यही वजह अन्य बीमारियों का कारण बनती है। इतना ही नहीं, एक्सर्साइज करने तक का लोगों का मन नहीं होता है अगर वह पूरी नींद न लें। इससे साफ हो जाता है कि हमारे लिए अच्छी नींद कितनी जरूरी है।

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