मुंबई, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सुप्रीमो शरद पवार ने सनसनीखेज दावा करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें ‘साथ मिलकर काम’ करने का प्रस्ताव दिया था लेकिन उन्होंने प्रस्ताव को ठुकरा दिया। पवार ने एक मराठी टीवी चैनल को साक्षात्कार में कहा, ‘मोदी ने मुझे साथ मिलकर काम करने का प्रस्ताव दिया था। मैंने उनसे कहा कि हमारे निजी संबंध बहुत अच्छे हैं और वे हमेशा रहेंगे लेकिन मेरे लिए साथ मिलकर काम करना संभव नहीं है।’ पवार ने ऐसी खबरों को खारिज कर दिया कि मोदी सरकार ने उन्हें देश का राष्ट्रपति बनाने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा,‘लेकिन, मोदी नेतृत्व वाली कैबिनेट में सुप्रिया सुले को मंत्री बनाने का एक प्रस्ताव जरूर मिला था।’ महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चल रहे घटनाक्रम के बीच पवार ने पिछले महीने मोदी से मुलाकात की थी।
ज्ञात रहे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा से शरद पवार की तारीफ की है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के वक्त भी पीएम ने पवार के खिलाफ हमलावर रूख ना अपनाया जाए, इसका हमेशा ख्याल रखा। 2016 में पुणे के वसंतदादा सुगर इंस्टिट्यूट में पवार के निमंत्रण पर पहुंचे पीएम ने तारीफ करते हुए एनसीपी चीफ को सार्वजनिक जीवन में एक उदाहरण बताया था। उस वक्त पीएम ने कहा था, ‘शरद पवार के प्रति मेरे मन में श्रद्धा है। मैं उस वक्त गुजरात का मुख्यमंत्री था। उन्होंने मेरी ऊंगली पकड़कर चलने में मदद की है। सार्वजनिक तौर पर मुझे यह बताने में गर्व महसूस हो रहा है।’