लखनऊ, उप्र की राजधानी लखनऊ में हुई पुलिस सांइस कांग्रेस के दौरान पुड्डुचेरी की उप राज्यपाल किरण बेदी ने बीट सिस्टम को मजबूत करने का सुझाव दिया था, जिसे लागू करने के लिए यूपी पुलिस ने कवायद शुरू कर दी है। डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि फिलहाल बीट इंचार्ज को सीयूजी नंबर देने का निर्णय किया गया है, ताकि क्षेत्र के लोगों को संपर्क करने में आसानी हो। डीजीपी ने बीते शनिवार को एडीजी कानून-व्यवस्था पीवी रामाशास्त्री, एडीजी मुख्यालय बीपी जोगदंड, एडीजी क्राइम केएस प्रताप कुमार और आईजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार के साथ गहन चर्चा कर बीट सिस्टम को मजबूत करने पर जोर दिया। साथ ही पुलिस विभाग चंडीगढ़ में लागू ‘‘बीट कांसेप्ट’ का भी परीक्षण करा रहा है। जल्द ही डीजीपी के सामने चंडीगढ़ मॉडल का प्रस्तुितकरण किया जाएगा। पुलिस साइंस कांग्रेस में गृहमंत्री अमित शाह ने चंडीगढ़ मॉडल के अध्ययन की बात भी कही थी। डीजीपी ने बताया कि वह पिछले पांच वषों में बीट सिस्टम को लेकर जारी सर्कुलर भी निकलवा रहे हैं, ताकि उसमें अधिक से अधिक सुधार किया जा सके। चर्चा है कि बीट सिपाहियों की जिम्मेदारियां और अधिकार दोनों बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए संबंधित बीट क्षेत्र के किसी भी मामले में बीट इंचार्ज की राय जरूरी होगी, साथ ही पासपोर्ट और शस्त्र लाइसेंस का सत्यापन भी बीट का दरोगा या सिपाही करेगा।