एमपी में नकल करके भी पास नहीं हुए 70 शिक्षक, अब उन्हें दी जाएगी अनिवार्य सेवानिवृत्ति

भोपाल,प्रदेश के सरकारी स्कूलों का हाल किसी से छूपा हुआ नहीं है। यही वजह है लोग सरकारी स्कूलों में आजकल बच्चों को भेजने से भी कतराने लगे हैं। ताजा मामला स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित शिक्षकों की परीक्षा का है जिसमें दो बार नकल करने के बावजूद करीत सत्तर शिक्षक परीक्षा पास नहीं कर पाए हैं। ऐसे शिक्षकों को विभाग अनिवार्य सेवानिव्रत्ति देने पर विचार कर रहा है।
सूत्रों की माने तो दसवीं बोर्ड में 30 फीसदी से कम परिणाम लाने वाले सरकारी स्कूलों के करीब 70 शिक्षक दो बार किताब सामने रखकर भी परीक्षा में पास नहीं हो सके। अब विभाग इन शिक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने की तैयारी कर रहा है। विभाग ने फेल शिक्षकों की कॉपियों को सभी जिलों से मंगवा लिया है। कॉपियां देखकर तय किया जाएगा कि शिक्षकों ने किस तरह से गलतियां की है और वे अब पढ़ाने लायक हैं या नहीं। विभाग इन शिक्षकों को 20-50 फार्मूले के तहत अनिवार्य सेवानिवृत्ति की तैयारी की है। दूसरी बार 14 अक्टूबर को परीक्षा में प्रदेश भर से 1371 में से 1254 शिक्षक शामिल हुए थे। इसमें 70 शिक्षक फेल हो गए। वहीं करीब 117 शिक्षक अनुपस्थित रहे। ऐसे अनुपस्थित शिक्षकों को 23 अक्टूबर को फिर परीक्षा देना होगा। ज्ञात हो कि मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की दसवीं बोर्ड की परीक्षा में 4 लाख विद्यार्थी फेल हो गए। इसके बाद विभाग ने दसवीं के परीक्षा परिणाम का विश्लेषण किया। इस विश्लेषण के बाद 30 फीसदी से कम रिजल्ट लाने वाले स्कूलों के शिक्षकों के लिए शिक्षक दक्षता परीक्षा आयोजित की गई। पहली बार 12 जून को होने वाली परीक्षा में प्रदेश भर से 3500 शिक्षक शामिल हुए। इसमें 18 फीसदी (1371) शिक्षक फेल हो गए थे। इसमें इन शिक्षकों के 32 प्रतिशत से कम अंक आए थे। 39 फीसदी शिक्षक 50 फीसदी से कम अंक लाए थे। 50 फीसदी से अधिक अंक लाने वाले शिक्षक 43 फीसदी थे। दोनों ही बार शिक्षकों को किताब रखकर परीक्षा देने की छूट थी। इसके बावजूद भी प्रदेश के कई शिक्षक फेल हो गए है। दूसरी बार की परीक्षा में फेल हुए शिक्षकों को 20-50 फार्मूले के तहत अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने से पहले उनकी कॉपियों का विश्लेषण किया जाएगा। इसके बाद सेवानिवृत्ति देने पर विचार किया जाएगा। दोबारा हुई परीक्षा में भोपाल जिले से 9 शिक्षक शामिल हुए थे। इसमें से सिर्फ एक फेल है। वहीं सतना में सबसे ज्यादा 11 शिक्षक फेल हैं और रीवा व मंडला जिले में 9-9 शिक्षक फेल हैं। इस बारे में स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी का कहना है कि 50 प्रतिशत से कम रिजल्ट वाले शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। इन शिक्षकों की कॉपियों को मंगवाया गया है, इसका विश्लेषण कर अनिवार्य सेवानिवृत्ति का निर्णय लिया जाएगा।

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