न्यूयार्क,संयुक्त राष्ट्र संघ इन दिनों आर्थिक संकट के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ 23 करोड़ अमेरिकी डॉलर जो भारतीय मुद्रा में लगभग 1638 करोड़ रुपए की देनदारी से जूझ रहा है। अक्टूबर माह में यदि सदस्य देशों ने इसकी भरपाई नहीं की तो, संयुक्त राष्ट्र संघ के 37000 कर्मचारियों को नवंबर माह का वेतन भी नहीं मिल पाएगा।
उन्होंने सदस्य देशों को पत्र लिखकर कहा है कि नियमित बजट का केवल 70 फ़ीसदी का भुगतान ही सदस्य देशों ने किया है, जिसके कारण संगठन के पास 23 करोड़ डॉलर की देनदारी हो गई है। इस माह के अंत तक संयुक्त राष्ट्र संघ का खाता खाली हो जाएगा।
महासचिव ने संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक और सम्मेलनों को भी टाल कर खर्च नहीं करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
संयुक्त राष्ट्र संघ के सूत्रों के अनुसार सदस्य देशों ने योगदान राशि बढ़ाने से इंकार कर दिया है संयुक्त राष्ट्र संघ के खर्चे पिछले वर्षों में बढ़ गए हैं किंतु सदस्य देश इस राशि को बढ़ाने सहमत नहीं हो रहे हैं। उल्लेखनीय है, संयुक्त राष्ट्र का बजट 2018-19 के लिए 54 करोड़ डॉलर का था )।इस बजट के अनुसार सदस्य देश संयुक्त राष्ट्र संघ को अपने हिस्से की राशि उपलब्ध नहीं करा रहे हैं जिसके कारण संयुक्त राष्ट्र संघ का अस्तित्व ही खतरे में पड़ रहा है।