‘हनी’ श्वेता और जिराती के कनेक्शन का पता लगाओ, महाराष्ट्र के मंत्री से इनके क्या हैं रिश्ते- दिग्विजय

इंदौर,मध्यप्रदेश के अब तक के सबसे बड़ी हनी ट्रैप मामले में नित नए खुलासे हो रहे हैं। इस मामले मेंं भाजपा नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। वहीं, महाराष्ट्र के एक मंत्री भी घिरते दिख रहे। रविवार को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि जब जीतू जिराती भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष थे, तब श्वेता विजय जैन मोर्चा की महामंत्री थी। अब यही श्वेता अश्लील वीडियो और ब्लैकमेल की खिलाड़ी है। दिग्विजय ने कहा कि भाजपा के एक कलाकार नेता सागर में श्वेता जैन के पति विजय की दुकान का शुभारंभ करने गए थे। मीडिया को इस मामले की पड़ताल करनी चाहिए। महाराष्ट्र के भाजपा मंत्री निलंगेकर का भी श्वेता से संपर्क रहा है। गौरतलब है कि निलंगेकर भाजयुमो महाराष्ट्र के अध्यक्ष रहे हैं।
भाजपा की सफाई
भाजयुमो के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भाजपा नेता जीतू जिराती ने दिग्विजय के आरोप का खंडन किया है। जिराती ने कहा कि मैं जिस समय भाजयुमो का प्रदेश अध्यक्ष था उस समय श्वेता जैन भाजयुमो की महामंत्री नहीं थी। चाहे तो सरकार किसी भी एजेंसी से जांच करवा सकती है।
महिलाओं का दुरुपयोग
कमल नाथ सरकार के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या का नया मामला सामने आया है। महिलाओं का दुरुपयोग कर सरकारों को गिराने का षडयंत्र चल रहा है।
लिव इन वाली आरती ने दिया धोखा
इंदौर पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि छतरपुर निवासी आरती दयाल के घर पर पुलिस का साया है। आरती जिस पंकज दयाल को पति बताती थी, वह झूठ था। वह पकंज के साथ लिव- इन में रहती है। आरती ने पंकज के साथ रहने से पहले अनिल वर्मा नाम के बैंक कर्मचारी के साथ शादी की थी, जो टूट गई। पंकज दयाल का दावा है कि साथ रहने के दौरान ही आरती ने अपने परिचय पत्र में उसका नाम पति के तौर पर दर्ज करा लिया। पति से संबंध बिगडऩे पर आरती ने छतरपुर न्यायालय और कुटुंब न्यायालय में अनिल वर्मा, उसके पिता और मां के खिलाफ मार्च 2014 में प्रकरण दर्ज कराया था। बाद में दोनों पक्षों ने समझौता कर लिया। इसके बाद आरती ने अनिल को छोड़ दिया। 2017 में वह छतरपुर के ही देरी रोड पर रहने वाले पंकज दयाल के संपर्क में आई। दोनों बगैर शादी किए ही लिव इन में रहने लगे।

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