गुवाहाटी, भारत, फीफा विश्व कप 2022 क्वॉलिफायर में गुरुवार को ओमान के खिलाफ अपने अभियान का आगाज करेगा तो कोच इगोर स्टिमक और कप्तान सुनील छेत्री के लिए यह सबसे बड़ी चुनौती होगी। विश्व कप 1998 के सेमीफाइनल तक पहुंचने वाली क्रोएशियाई टीम के सदस्य रहे स्टिमक भारतीय टीम के सबसे हाई प्रोफाइल कोच में से हैं, लेकिन उनका आगाज अच्छा नहीं हुआ।
थाइलैंड में किंग्स कप में भारतीय टीम तीसरे स्थान पर रही, जबकि इंटरकॉन्टिनेंटल कप में भी प्रदर्शन निराशाजनक रहा। अब आने वाले महीनों में भारत को कठिन चुनौतियों का सामना करना है, जिसका कोच को बखूबी इल्म होगा। उन्हें पता है कि ग्रुप में ओमान और कतर दो मजबूत टीमें हैं। उन्होंने कहा कतर और ओमान ग्रुप में सबसे मजबूत टीमें हैं। हमने उनमें से किसी के भी खिलाफ विश्व कप क्वॉलिफाइंग मैच नहीं जीता है लिहाजा यह आसान नहीं होगा। हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
एशियाई क्वॉलिफायर के दूसरे दौर में विश्व कप 2022 के मेजबान के साथ रखी गई भारतीय टीम दूसरे स्थान पर रही तो तीसरे क्वॉलिफाइंग दौर में पहुंच जाएगी। पहले मैच से पूर्व भारत को करारा झटका लगा, जब युवा मिडफील्डर अमरजीत सिंह कियाम चोट के कारण बाहर हो गए।
दो साल पहले अंडर 17 विश्व कप में टीम के कप्तान रहे 18 बरस के अमरजीत स्टिमक के आने के बाद पांचों मैच खेलने वाले अकेले खिलाड़ी हैं। उनकी डिफेंस में कमी खलेगी जहां संदेश झिंगन को मजबूत साथी की जरूरत है।
उनके साथ राहुल भेटके, दाहिनी ओर प्रीतम कोटल और बाईं ओर शुभाशीष बोस होंगे। उदांता सिंह मिडफील्ड की कमान संभालेंगे। स्टिमक 4-2-3-1 का संयोजन पसंद करते हैं यानी फॉरवर्ड पंक्ति में छेत्री अकेले होंगे। भारत की ही तरह ओमान के पास भी नीदरलैंड के एरविन कोमैन के रूप में नया कोच है जिन्होंने जर्मनी में तीन सप्ताह अनुकूलन शिविर लगाया था। मिडफील्डर अहमद कानो उनके सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं। भारत ने 2018 विश्व कप के क्वॉलिफिकेशन दौर में ओमान के खिलाफ दोनों मैच गंवाए थे।