बैंक को चूना लगाने वाले मेवाती गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार

उज्जैन, एटीएम मशीन से धोखाधड़ी कर बैंकों को लाखों का चूना लगाने वाले मेवाती गिरोह के 2 बदमाशों को पुलिस ने पकड़ा है। जिन्हें न्यायालय में पेश कर रिमांड ली जाकर पूछताछ की जाएगी। पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर ने प्रेस वार्ता में बताया कि मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई थी कि दो संदिग्ध देवासगेट चौराहा स्थित एटीएम मशीन से रुपए ग़लत तरीके से निकालने का प्रयास कर रहे हैं। सूचना की गंभीरता को देखते हुए मेरे द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) रूपेश कुमार द्विवेदी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, (क्राइम) प्रमोद सोनकर को निर्देशित किया गया। जिस पर उक्त दोनों अधिकारियों के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक श्रीमती हेमलता अग्रवाल के नेतृत्व में साइबर सेल और देवास गेट थाना पुलिस के साथ तुरंत देवासगेट चौराहा स्थित एटीएम मशीन पर पहुंचे और वहां देखा दो युवक बार-बार एटीएम मशीन में एटीएम कार्ड लगा, निकाल रहे हैं। जिन्हें तुरंत हिरासत में लिया गया। पकड़ में आए दोनों आरोपी युवकों ने अपने नाम आमिर पिता हासन 19 साल निवासी ग्राम पिपरौली थाना पुराना जिला मेवात हरियाणा व वारिस पिता रति खान 26 साल निवासी सदर बताए हैं।
भारतीय स्टेट बैंक के १९ एटीएम कार्ड से 3,52,754 रुपए का लेन-देन
पूछताछ में आरोपीगणों ने बताया कि हम लोग संपूर्ण भारत में घूम घूम कर बैंक के साथ एटीएम मशीन के माध्यम से तकनीक का इस्तेमाल कर धोखाधड़ी करते हैं। इस काम में इनका पूरा परिवार लगा हुआ है। अभी तक बैंकों के साथ इनके द्वारा लाखों रुपए की धोखाधड़ी की जा चुकी है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सिर्फ भारतीय स्टेट बैंक की शाखा से संबंधित 19 एटीएम कार्डों से संबंधित खातों से तीन लाख 52 हजार 754 रुपए का लेन-देन सामने आया है इसमें उज्जैन के विभिन्न एटीएम से करीब ₹97000 रुपए का लेन-देन पता चला है। वह भी तब, जब आरोपी पुलिस गिरफ्त में आए और बैंक जाकर पड़ताल की गई। अन्यथा बैंक भी इस लाखों की धोखाधड़ी से अनभिज्ञ थी। पुलिस कप्तान श्री अतुलकर का यह भी बताया कि फिलहाल भारतीय स्टेट बैंक से हुई धोखाधड़ी का ही पता चला है। शहर की अन्य बैंक और उनकी शाखाओं में पड़ताल आरोपियों से बरामद एटीएम कार्ड के आधार पर की जा रही। इसके बाद ही बताना संभव हो पाएगा कि आरोपियों द्वारा अभी तक शहर की अन्य बैंकों या कहा जाए देशभर में किन-किन बैंकों को बेज़ा तकनीक का इस्तेमाल कर लाखों का चूना लगाया गया है।
तकनीकी जानकार निकले आरोपी
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे किसी समय एटीएम मशीन संधारण कार्य से जुड़े रहे हैं। इसी के चलते उन्हें एटीएम मशीन की कार्यप्रणाली और तकनीक पूरी तरह मालूम थी। इसी तकनीक का इस्तेमाल कर आरोपी रुपए निकासी के दौरान मशीन का पावर ऑफ कर मशीन से थोड़े बाहर निकले रुपए हाथ से पकड़ कर खींच लेते और बैंक जाकर एटीएम में रुपए अटकने की शिकायत संबंधित बैंक को करते। बैंक द्वारा जांच करने पर रुपए निकासी की इंट्री ना होने के चलते पुनः रुपए संबंधित खाते डाल दिए जाते और रुपए कैश डिपाजिट मशीन से दूसरे खाते में जमा कर उक्त विधि दूसरे शहर में जाकर इस्तेमाल करते और निकाल लेते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *