चैन्नई के विशेषज्ञ डॉ. राजीव रमण की देखरेख में इलाज शुरु,अस्पताल की लीज होगी निरस्त

इन्दौर, देश के प्रख्यात चिकित्सक डॉ. राजीव रमण को इन्दौर बुलाकर पीड़ितों का इलाज शुरु कराया गया है। वे चार दिन तक इन्दौर में रहकर मरीजों का उपचार करेंगे। डॉ. रमण द्वारा चार मरीजों का ऑपरेशन इंदौर में ही किया जायेगा। तीन मरीजों को इलाज के लिये शासकीय खर्च पर वायुयान द्वारा शंकर नेत्रालय चैन्नई भेजा जायेगा। यह कल रवाना होंगे। चार मरीजों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। इस बीच मंत्री सिलावट ने कहा कि मोतियाबिंद का ऑपरेशन करने वाले अस्पताल तथा घटना से जुड़े चिकित्सक एवं लापरवाही बरतने वाले सभी जिम्मेदारों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
सिलावट ने कहा कि इन्दौर आई हास्पीटल” को आवंटित शासकीय जमीन की लीज निरस्त की जाये। दोषियों को किसी भी हालत में बक्शा नहीं जायेगा। सभी संबंधित दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। मंत्री सिलावट ने निर्देश दिये कि भविष्य में जहाँ भी स्वास्थ्य संबंधी शिविर लगे, वहाँ स्वास्थ्य विभाग का एक अधिकारी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें।
सिलावट ने बताया कि घटना की गहनता एवं सुक्ष्मता से जाँच, दो स्तरों पर करायी जायेगी। प्रशासनिक संबंधी लापरवाही की जाँच संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी के नेतृत्व में तथा चिकित्सकीय लापरवाही की जाँच मेडिकल कॉलेज इंदौर की डीन डॉ. ज्योति बिंदल के नेतृत्व में होगी। इसके आधार पर दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री को भी प्रगति से अवगत कराते रहे

मोतियाबिंद सर्जरी पश्चात शिकायत पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने औषधियों एवं मेडिकल डिवाईस के लिये नमूने

मंत्री सिलावट दिन भर अस्पताल में डॉक्टरों के सम्पर्क में रहे। अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते रहे। उन्होंने मरीजों के इलाज की पल-पल की जानकारी प्राप्त की। डॉ. राजीव रमण के आने के पश्चात इलाज के संबंध में हुई प्रगति की जानकारी वे मुख्यमंत्री कमलनाथ को देते रहे।
उधर,इंदौर के गंगवाल बस स्टैण्ड, धार रोड स्थित “इंदौर नेत्र चिकित्सालय” पर मरीजों की केटरेक्ट (मोतियाबिंद) की सर्जरी की गई थी। सर्जरी पश्चात 11 मरीजों को आँखों में संक्रमण होने के आधार पर गत दिवस खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग इंदौर के औषधि निरीक्षकों के दल द्वारा चिकित्सालय पहुंचकर जाँच की गई।
औषधि निरीक्षक श्री राजेश जीनवाल ने बताया कि जाँच दल में उनके साथ श्री धर्मेश बिगोनिया, श्रीमती अनुमेहा विवेक कौशल एवं श्री अलकेश यादव शामिल रहे। दल द्वारा उपस्थित डॉक्टर सुधीर महाशब्दे एवं डॉ. सुभाष वाडे से ऑपरेशन के पूर्व एवं पश्चात उपयोग की गई दवाईयों की जानकारी प्राप्त की गई। उन्होंने बताया कि उक्त औषधियों में से 23 औषधियों एवं चार मेडिकल डिवाईस (सीरींज, निडिल) के नमूने जाँच हेतु लिये गये, जिन्हें औषधि परीक्षण प्रयोगशाला भोपाल, कलकत्ता तथा गोवाहाटी भेजा जा रहा है। रिपोर्ट प्राप्ति पश्चात नियमानुसार अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।

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