बिहार में बाढ़ और आकाशीय बिजली से 24 घंटे में गई 60 लोगों की जान

पटना, बिहार के लिए हर वर्ष भीषण बाढ़ एक राष्ट्रीय आपदा बन गई है इस बार भी भारी बारिश से जूझ रहे प्रदेश में अब स्‍थानीय लोगों को आकाशीय बिजली को प्रकोप का भी शिकार होना पड़ा है। पिछले 24 घंटे के अंदर राज्‍य में 43 लोगों की आकाशीय बिजली की चपेट में आकर मौत हो गई। मरने वालों में अधिकांश किसान हैं जो अपने खेतों में काम कर रहे थे। राज्‍य में पिछले 24 घंटे में 17 और लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि नेपाल में भारी बारिश होने से वहां से पानी के आने का सिलसिला अभी जारी है। बिहार में बाढ़ से मरने वालों की कुल संख्‍या 123 पहुंच गई है।
बिहार में मंगलवार से 43 मौतें हुईं हैं। राज्‍य में अकेले जमुई जिले में 8 लोगों मारे गए हैं। भागलपुर, बांका और पूर्वी चंपारण जिलों में 4 मौतें हुईं हैं। जमुई जिले के डीएम धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि पीड़ितों के परिवारों के लिए 4 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की गई है। बिहार के 12 जिलों में आई बाढ़ से अब तक 123 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 81 लाख 57 हजार 700 आबादी प्रभावित हुई है। आपदा प्रबंधन विभाग ने बुधवार को बताया कि बिहार के 12 जिलों शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया एवं कटिहार में बाढ़ से अब तक 123 लोगों की मौत हुई है जबकि 81 लाख 57 हजार 700 लोग प्रभावित हुए हैं।
बिहार में बाढ़ से मरने वाले 123 लोगों में सीतामढ़ी के 37, मधुबनी के 30, अररिया के 12, शिवहर एवं दरभंगा के 10-10, पूर्णिया के 9, किशनगंज के 5, मुजफ्फरपुर के 4, सुपौल के 3, पूर्वी चंपारण के 2 और सहरसा का एक व्यक्ति शामिल है। बिहार के बाढ़ प्रभावित इन 12 जिलों में कुल 42 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं जहां 22400 लोग शरण लिए हुए हैं जिनके भोजन की व्यवस्था के लिए 835 सामुदायिक रसोई चलाई जा रही हैं। बाढ़ प्रभावित इलाके में राहत एवं बचाव कार्य के लिये एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 26 टीम और 796 मानव बल को लगाया गया है और 125 मोटरबोट का इस्तेमाल किया जा रहा है। केंद्रीय जल आयोग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिहार की कई नदियां बूढ़ी गंडक, बागमती, अधवारा समूह, कमला बलान, कोसी, महानंदा और परमान नदी विभिन्न स्थानों पर आज सुबह खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी। मौसम विभाग के अनुसार बिहार की सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में गुरुवार की सुबह तक हल्की से साधारण बारिश की संभावना जताई गई है।
झारखंड में संथाल परगना के दुमका और जामताड़ा जिलों में 12 लोग बिजली गिरने की चपेट में आने से मारे गए। एक अधिकारी ने बताया कि रामगढ़ में लड़कों का एक समूह मैदान में क्रिकेट खेल रहा था। उसी दौरान बिजली गिरी और इस घटना में दो लड़कों की मौत हो गई। ज्ञात हो कि बिहार में मॉनसून के दौरान बिजली गिरने से लगातार मौतें हो रही हैं। 19 जुलाई को बिजली गिरने से नवादा में 7 बच्चों और 1 जवान की मौत हो गई थी। यहां पर एक दर्जन से अधिक लोग हादसे में घायल हो गए थे। 26 जून को राज्य के विभिन्न हिस्सों में बिजली गिरने से 12 लोगों की मौत हो गई थी।

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