नई दिल्ली/मुंबई/भोपाल, मध्य प्रदेश में मानसून मेहरबान है। पिछले 24 घंटों के दौरान 178 मिमी बारिश के साथ जबलपुर में सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई। यह सामान्य से 1549 प्रतिशत अधिक है। खंडवा में 109 मिमी बारिश दर्ज हुई। यह सामान्य से 564 अधिक है। असम में उत्तर लखीमपुर भारत में 188 मिमी वर्षा के साथ सबसे अधिक वर्षा वाला स्थान है रहा है। जबलपुर 178 मिमी वर्षा के साथ दूसरे, जबकि 109 मिमी के साथ खंडवा तीसरे नंबर पर रहा। जबलपुर में असाधारण रूप से भारी वर्षा दर्ज की गई। इसके साथ ही प्रदेश के दमोह, सागर, छतरपुर, रायसेन एवं सीहोर जिलों में भी भारी बारिश हुई। पिछले 24 घंटों के दौरान जबलपुर, इंदौर, होशंगाबाद, शहडोल, रीवा, भोपाल संभागों के जिलों में अधिकांश स्थान पर झमाझाम बारिश होते रही।
बारिश का कहर
राहत की बारिश कराने वाला मानसून देश के कुछ हिस्सों में आफत बन गया है। महाराष्ट्र में तीन दिन से जारी बारिश के चलते हालात बिगड़ गए हैं। लगातार बारिश की वजह से रत्नागिरी में तिवरे डैम फूट गया। पानी में 22-24 लोग बह गए, जबकि 6 लोगों के शव बरामद कर लिये गए हैं। बांध के पानी से 7 गांवों में बाढ़ आ गई है। एनडीआरएफ टीम बचाव और राहत कार्य में जुटी है। मृतकों की की संख्या बढऩे की आशंका है।
बारिश और हाई टाइड का अलर्ट
मौसम विभाग ने उत्तर महाराष्ट्र तट के ऊपर बादलों का असर दक्षिण गुजरात और आसपास के इलाकों में होने की संभावना है। मुंबई में कई जगहों पर भारी बारिश का अनुमान है। साथ ही हाई टाइड की चेतावनी जारी की गई है।
मुंबई ठप, अब तक 43 की मौत
जुलाई माह के पहले दो दिन में ही रिकॉर्ड 467 मिमी बरसात व जलभराव के कारण देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में सड़क से लेकर रेल ट्रैक और आसमान तक में यातायात थम जाने से जनजीवन को पूरी तरह ठप हो गया है। मुंबई-पुणे में दीवार व नासिक में वाटर टैंक गिरने से 43 लोगों समेत पूरे महाराष्ट्र में 39 की जान हादसों में चली गई, जबकि 150 से ज्यादा घायल हुए हैं।
भोपाल नहीं पहुंचीं उड़ानें
महाराष्ट्र में तेज बारिश के चलते भोपाल आ रही उड़ानें प्रभावित हुई हैं। भोपाल आ रही तीन उड़ानें निरस्त कर दी गईं। जैट के फिसले विमान के कारण ा मुख्य रनवे बंद है और कई फ्लाइट्स को कैंसिल करने के साथ डायवर्ट करना पड़ है।