इंदौर,भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने एक अफसर को दिन दहाड़े बीच सड़क पर बैट से पीट दिया। आकाश विजयवर्गीय इंदौर-3 से भाजपा विधायक हैं। वे भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं। दसअसल, हुआ यूं कि नगर निगम का अमला गंजी कंपाउंड में एक जर्जर मकान को तोडऩे पहुंचा था। इसी दौरान स्थानीय लोगों ने विधायक आकाश विजयवर्गीय को बुला लिया। आकाश के कार्यकर्ताओं ने जेसीबी की चाबी निकाल ली। आकाश ने अधिकारियों से कहा कि 10 मिनट में यहां से निकल जाना, वर्ना जो भी होगा उसके जिम्मेदार आप लोग होंगे। इसी दौरान भवन निरीक्षक धीरेंद्र व्यास और भवन अधिकारी असित खरे में कहासुनी हो गई। इससे तममतमाए विधायक आकाश ने दोनों अधिकारियों को बैट से पीटना शुरू कर दिया। पिटाई के दौरान पुलिस चुप देखती रही। बाद में पुलिस ने अफसर को वहां से अलग कर दिया। आकाश के समर्थकों ने भी अन्य अधिकारियों को पीटा। बाद में आकाश को गिरफ्तार कर मेडिकल कराया गया इसके बाद कोर्ट में पेश कर दिया गया।
14 दिन के लिए जेल भेजे गए इंदौर जिला कोर्ट ने आकाश विजयवर्गीय की जमानत याचिका खारिज करते हुए 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया । आकाश पर शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाना, बलवा समेत कई मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है।
आकाश समेत 11 पर मामला दर्ज
निगम कर्मचारियों से मारपीट मामले में विधायक आकाश समेत 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया। पुलिस ने आकाश को गिरफ्तार कर लिया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने एमजी रोड थाने का घेराव किया। आकाश के खिलाफ धारा 353, 294, 506, 147 और 148 के तहत चार्ज लगाए गए हैं। ये धाराएं शासकीय कार्य में बाधा डालने, मारपीट और बलवा करने से जुड़ी हैं।
निगम में कामकाज बंद
भवन निरीक्षक धीरेंद्र व्यास और भवन अधिकारी असित खरे के साथ विधायक द्वारा मारपीट करने के बाद निगम कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया।
पुलिस से भी मारपीट
गिरफ्तारी के बाद जब आकाश को लेकर पुलिस मेडिकल परीक्षण के लिए अस्पताल रवाना हो गयी तब समर्थकों ने उनकी गिरफ़्तारी का भारी विरोध किया। इस दौरान समर्थको और पुलिस में जमकर हाथापाई हुई।
किसने क्या कहा
भाजपा का चाल-चरित्र उजागर : गृहमंत्री
सरकारी कर्मचारियों के मारपीट करने पर आकाश विजयवर्गीय के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इससे भाजपा का चाल चरित्र चेहरा उजागर हुआ है।
– बाला बच्चन, गृहमंत्री, मप्र
सख्त कार्रवाई होगी : शर्मा
ऐसी घटना में आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। आरोपी विधायक पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
– पीसी शर्मा, कानून मंत्री, मप्र
गुस्से में हो गया : विधायक
मैं बहुत गुस्से में था। मुझे नहीं, पता मैंने क्या कर दिया। निगम के अफसर ने एक महिला के साथ गाली-गलौज की और हाथ पकड़ा, इस कारण मुझे गुस्सा आ गया।
– आकाश विजयवर्गीय, विधायक, इंदौर-3
पुलिस प्रशासन का दोहरा रवैया- नेमा
भाजपा नगर अध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा ने विधायक आकाश विजयवर्गीय की गिरफ्तारी एवं मुकदमा दर्ज होने की कार्यवाही को राजनैतिक दुर्भावना से प्रेरित बताते हुए कहा कि इस प्रकरण में पुलिस द्वारा की गई त्वरित कार्यवाही इस बात की पुष्टी करती है कि पुलिस प्रशासन के द्वारा प्रदेश सरकार के इशारे और राजनैतिक दबाव में कार्य किया जा रहा है।
नेमा ने पुलिस की कार्यप्रणाली को निंदनीय बताते हुए कहा कि जब 15 दिन पूर्व नगर निगम बजट बैठक में कांग्रेसियों द्वारा की गई अभद्रता और हंगामे की मय साक्ष्य दर्ज रिपोर्ट में हंगामे के वीडियों फूटेज एवं हंगामा करने वालों की पहचान करने के बावजूद आज तक किसी की भी गिरफ्तारी होना तो दूर उसमें फरियादी के बयान भी नहीं लिये गये।