शिवसेना ने महाराष्ट्र में नहीं लिया डिप्टी सीएम का पद, फिर लिए दो मंत्रीपद

मुंबई,मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रविवार को मंत्रिमंडल में फेरबदल एवं विस्तार किया। फड़नवीस मंत्रिमंडल के दूसरे विस्तार में महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। उनके हिस्से में आवास विभाग आया है। फड़नवीस ने बताया कि हमने शिवसेना को डिप्टी सीएम का पद आफर किया था, लेकिन उद्धव ठाकरे ने इसकी जगह दो मंत्रीपद लेने की इच्छा जताई थी, जिसे स्वीकार करते हुए शिवसेना को दो मंत्री पद दिए गए हैं।
राकांपा के पूर्व नेता जयदत्त क्षीरसागर को रोजगार गारंटी एवं बागवानी मंत्रालय दिया गया है। वह पिछले माह शिवसेना में शामिल हुए थे। पाटिल की आवास मंत्री के तौर पर नियुक्ति को फड़वीस के राजनीतिक दांव के तौर पर देखा जा रहा है। क्योंकि पूर्व में विपक्ष के नेता के तौर पर पाटिल आवास विभाग से जुड़े मुद्दों के खिलाफ लगातार आवाज उठाते रहे हैं।
विखे पाटिल और क्षीरसागर दोनों ही फिलहाल न तो विधानसभा के सदस्य हैं और न विधान परिषद के। ये दोनों ही छह महीने के लिए मंत्री पद संभाल सकते हैं। इन छह महीनों के भीतर उन्हें किसी एक सदन के लिए निर्वाचित होना होगा। राज्य विधानसभा के चुनाव सितंबर-अक्टूबर में होने वाले हैं, इसलिए ये मंत्री मौजूदा विधानसभा के कार्यकाल तक अपने-अपने पद पर बने रहेंगे।
मौजूदा शिक्षा मंत्री भाजपा के विनोद तावड़े के लिए झटके के तौर पर देखे जा रहे इस कदम के तहत उनके संगठनात्मक सहयोगी एवं भाजपा की मुंबई इकाई के प्रमुख आशीष शेलार को स्कूल शिक्षा, खेल एवं युवा कल्याण विभाग सौंपे गए हैं। संभाजी पाटिल निलांगेकर को खाद्य, नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता संरक्षण एवं कौशल विकास मंत्री बनाए जाने के बाद श्रम मंत्रालय का प्रभार संजय कुटे को सौंपा गया है। सांगली के विधायक सुरेश खड़े को सामाजिक न्याय विभाग दिया गया है। जबकि, अनिल बोंडे और अशोक उइके को क्रमश: कृषि एवं जनजातीय विकास मंत्रालय सौंपा गया है। शिवसेना के तानाजी सावंत को जल संरक्षण विभाग सौंपा गया है।

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