नागपुर, संघ प्रमुख मोहन भागवत ने बंगाल के हालत पर कहा है कि अगर राज्य में कहीं कोई हिंसा होती है, तो शासन को उसे नियंत्रित करना चाहिए और अगर राज्य का राजा (मुख्यमंत्री) ऐसा नहीं कर पाता, तो उसे खुद को राजा कहलाने का हक नहीं है।
नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में संघ प्रमुख भागवत ने कहा, ‘आखिर क्या चल रहा है बंगाल में? चुनाव के बाद कहीं ऐसा (हिंसा) होता है क्या? क्या ऐसा किसी और राज्य में हो रहा है? यह नहीं होना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘अगर कुछ व्यक्तियों के कारण ऐसा होता है, तो शासन-प्रशासन को आगे आकर उसे कंट्रोल करना चाहिए। वे उसकी उपेक्षा नहीं कर सकते।’
उन्होंने कहा, ‘सामान्य व्यक्ति नासमझ हो सकता है, गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार कर सकता है। लेकिन राज्य के राजा का यह कर्तव्य है कि समाज के हित में राष्ट्र की एकात्मता और अखंडता सुनिश्चित करने वाला व्यवहार वह अपनी दंडशक्ति से स्थापित करे।’