हॉलीवुड में युद्ध पर बनी कई फिल्मों ने फिल्म जगत में मचाया है तहलका

लॉसएंजिल्स ,हॉलीवुड में युद्ध पर आधारित ऐसी फिल्में कई बनीं हैं जिन्होंने दुनिया भर में तहलका मचा दिया था। इन फिल्मों में सैनिकों के जज्बे और देश के लिए उनकी शहादत को दिखाया गया है। दुनियाभर में छायी 10 ऐसी फिल्में हैं।
‘टॉप गन’
करीब 33 साल पहले आई फिल्म ‘टॉप गन’ ने रिलीज होते ही इतिहास रच दिया था। ना सिर्फ कमाई के मामले में बल्कि अमेरिकी फौज के एक ‘सीक्रेट मिशन’ को भी फिल्म ने पूरा किया था। फिल्म ‘टॉप गन’ 1983 में एक पत्रिका में इसी नाम से छपे एक लेख पर आधारित है। यह लेख अमेरिकी नौसेना के ट्रेनिंग प्रोग्राम ‘स्ट्राइक फाइटर टैक्टिस इंस्ट्रक्टर प्रोग्राम’ के बारे में था। एसएफटीआई को टॉप गन भी कहा जाता है। इस कार्यक्रम के तहत नौसेना से जुड़े पायलट्स को फाइटर जेट उड़ाने की ट्रेनिंग दी जाती है। उस वक्त टॉम क्रूज की फिल्म ‘टॉप गन’ देखकर लोगों के बीच सेना में भर्ती होने की ऐसी सनक जगी कि उनकी भर्ती के लिए सिनेमा हॉल के बाहर काउंटर तक खोले गए।
पर्ल हार्बर
78 साल पहले दूसरे विश्व युद्ध के दौरान साल 1941 में अमरीकी नौसैनिक अड्डे पर्ल हार्बर पर जापान ने हमला किया था। द्वितीय विश्व युद्ध में अमरीकी जमीन पर यह पहला हमला था। जापान ने एक घंटे और 15 मिनट तक पर्ल हार्बर पर बमबारी की थी। इस हमले में सौ से ज्यादा जापानी सैनिक भी मारे गए थे। इसी हमले पर यह फिल्म बनी थी। 2 अमेरिकी नौजवान दोस्त राफे और डैनी पायलट के रूप में द्वितीय विश्व युद्ध में भाग लेते हैं। राफे इस युद्ध में भाग लेने के लिए इतना उत्सुक होता है कि वह इंग्लैंड के रॉयल एयर फोर्स के साथ यूरोप में लड़ने के लिए चला जाता है। राफे की प्रेमिका एवलिन, डैनी की बाहों में आराम फरमाती है। पर्ल हार्बर पर जापानी हमले से ठीक पहले वे तीनों फिर से मिलते हैं। 2001 में आई इस फिल्म ने आलोचना के बाबजूद कई रिकॉर्ड्स बनाए।
द हर्ट लॉकर
इस फिल्म की कहानी शुरू होती है 2004 में इराक गए अमेरीकी फौज की एक्स्प्लोसिव ऑर्डिनेंस डिस्पोसल युनिट के तीन सैनिकों की तैनाती से। ये सैनिक इराक में आतंकवदियों द्वारा लगाए बमों को डिस्पोस करते हैं। फिल्म में दिन-रात लड़ाई में जूझते सैनिकों के बीच बदलते रिश्ते दिखाए गए हैं। लड़ाई के मैदान से लौट कर घर आने पर भी युद्धभूमि में जाने की तड़प क्या होती है यह इस फिल्म की थीम है। इस फिल्म की निर्देशन किया था केथरीन बिगेलो ने। फिल्म में जर्मी रेनर, एंथोनी मैकी, गाय पियर्स, डेविड मोर्स, रॉल्फ फिएंस ने काम किया था।
ब्लैक हॉक डाउन
साल 2001 में रिलीज हुई यह फिल्म मार्क बोडेन की किताब पर आधारित है। 1993 में अमेरिका की स्पेशल फोर्सेज ने सोमालिया के विद्रोही नेता फराह ईदीद को बंदी बना लिया पर इसके बाद जवाबी कार्रवाई उन पर भारी पड़ती है। दरअसल इस आपरेशन में 18 अमेरिकी सैनिक मारे जाते हैं जबकि 70 घायल हो गए होते हैं। जमीन पर सैनिकों को कम करने के लिए सेना ब्लैक हॉक हेलीकाप्टरों इस्तेमाल करती है। वहां से, अमेरिकी सैनिकों को भारी गोलाबारी का सामना करते हुए अपना संतुलन हासिल करने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। इसी सर्जिकल स्ट्राइक पर ये फिल्म बनी है।
बिहाइंड द एनिमी लाइन्स
साल 2001 में रिलीज हुई इस फिल्म की कहानी में दो पायलट एक देश के चक्कर काटते हैं। सूचना के मुताबिक देश में आर्मी नरसंहार कर रही होती है। ये पायलट ऊपर से फोटो खींच रहे थे तभी उन पर अटैक होता है और उनका प्लेन क्रैश हो जाता है। एक पायलट को मार दिया जाता है। दूसरा जंगल में पड़ा होता है। वह अपनी जान बचाने के लिए भागता फिरता है। उसके पीछे सेना पड़ जाती है। इस बीच नवल कमांडर को ये सूचना मिलती है कि एक सोल्जर मुसीबत में है। वह सैटेलाइट से उस पर नजर रखते हैं और उसे बचाने के लिए मिलिट्री लॉ तोड़ देते है।
वी आर सोल्जर
2002 में आई यह फिल्म लेफ्टिनेंट जनरल हेरोल्ड जी और जोसेफ एल की सबसे ज्यादा बिकने वाली एक किताब पर है। इस फिल्म में अमेरिका और उत्तर वियतनामी बलों के बीच पहली बड़ी लड़ाई की सच्ची कहानी को दिखाया गया है। फिल्म में सैनिकों के बीच वफादारी, घर और बाहर पुरुषों-महिलाओं की वीरता और बलिदान के बारे दिखाया गया है।
डनकर्क
साल 2017 में रिलीज हुई क्रिस्टोफर नोलन की फिल्म ‘डनकर्क’ को बेहतरीन फिल्मों में गिना जाता है। ‘डनकर्क’ में दूसरे विश्वयुद्ध समय की वह घटना घटी थी, जिसे ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल ने चमत्कार कहा था। डनकर्क के पास ब्रिटेन और फ्रांस की सेना को जर्मनी ने फंसा दिया था। सैनिकों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन डायनेमो चलाया गया था। इन सैनिकों को पहले छोटे नावों से बड़े जहाज में लाया गया और फिर उनको बचाया गया था। पूरी फिल्म इसी घटना पर आधारित थी। ‘डनकर्क’ में टॉम हार्डी और सिलियन मरफी ने अहम किरदार निभाया था। पर्दे पर जीवंतता के लिए आईमैक्स और 70 एमएम में फिल्माया गया था।
जीरो डार्क थर्टी
जीरो डार्क थर्टी साल 2012 में रिलीज हुई थी। कैथरीन बिगेलो की फिल्म ‘जीरो डार्क थर्टी’ ना सिर्फ ये दिखाया था कि उस रात क्या और कैसे हुआ बल्कि 9/11 के हमलों के बाद ओसामा बिन लादेन की 10 सालों की मुश्किलों की कहानी भी बताती है। ‘जीरो डार्क थर्टी’ में दो हेलीकॉप्टरों के ओसामा के घर में घुस कर किए गए हमले को बेहतरीन तरीके से पेश किया गया था। फिल्म आतंकवाद पर होने वाली लड़ाई को दर्शाती है।
13 आवर्स: द सीक्रेट सोल्जर्स ऑफ बेन्गाजी
द सीक्रेट सोल्जर्स ऑफ बेन्गाजी साल 2016 में आई अमेरिकी युद्ध-जीवनी पर आधारित फिल्म थी। इसे माइकल बे ने डायरेक्ट किया था। यह यह फिल्म उन 6 सुरक्षाकर्मियों को लेकर बनाई गई थी जो लिबिया के बेन्गाजी स्थित अमेरिकी राजनीतिक कम्पाउंड की हिफाजत करते हुए लड़े थे, जब आतंकियों ने 11 सितम्बर 2012 को वहां घातक हमला किया था।
लोन सर्वाइवर
लोन सर्वाइवर साल 2013 में रिलीज हुई थी। फिल्म को पीटर बर्ग ने निर्देशित किया था। ये फिल्म पैट्रिक रॉबिन्सन के साथ मार्कस लुट्रेल की साल 2007 में आई किताब पर आधारित थी। पीटर बर्ग द्वारा लिखित और निर्देशित, फिल्म में मार्क वाह्लबर्ग, टेलर किट्सच, एमिल हिर्श, बेन फोस्टर और एरिक बाना ने काम किया था। ये फिल्म साल 2013 की लोकप्रिय फिल्मों में से एक थी।
हैकसॉ रिज
‘हैकसॉ रिज’ असल कहानी है अमेरिकी सैनिक डॉस की जिन्होंने जीवन में कभी हथियार नहीं चलाया लेकिन हर युद्ध में गए ताकि दूसरों की जानें बचा सकें। ये ‘हैकसॉ रिज’ फिल्म 2016 में रिलीज हुई थी। फिल्म को मेल गिब्सन ने डायरेक्ट किया था। फिल्म में डॉस का किरदार एंड्रयू गारफील्ड ने निभाया था। फिल्म एक ऐसे सैनिक की थी जो धार्मिक आदमी है और किसी की जान लेने को गलत मानता है।

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