पटना, पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने अपनी किताब में लिखा है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोबारा गठबंधन में शामिल होना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने 5 बार अलग-अलग मौके पर आजेडी के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर को भेजा था। लालू प्रसाद यादव ने अपनी किताब में लिखा है कि मेरी कड़वाहट नीतीश कुमार के साथ नहीं थी, लेकिन उनसे भरोसा उठ चुका था। जिसके कारण पुनः गठबंधन में शामिल होने के उस प्रस्ताव को मैंने नहीं माना लालू की यह बातें गोपालगंज से रायसीना मेरी राजनीतिक यात्रा में लिखी है। इस किताब को रूपा पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया है।
लालू यादव ने अपनी आत्मकथा में यह भी लिखा है कि प्रशांत किशोर ने मेरे बेटे तेजस्वी यादव से भी मुलाकात कर मुझे मनाने का प्रस्ताव किया था, लेकिन नीतीश कुमार की दगाबाजी से बिहार की जनता बहुत नाराज थी। यदि मैं गठबंधन करता तो जनता की नाराजगी का सामना राजद और मुझे भी झेलना पड़ता। लालू प्रसाद यादव के इस कथन का अभी तक प्रशांत किशोर ने ना विरोध किया है ना ही इस पर अपना पक्ष रखा है। वहीं बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लालू के बयान को बकवास बताया है।