लखनऊ, समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव आजमगढ़ से लड़ेगे। उनकी उम्मीदवारी से उनके चुनाव न लड़ने की खबरों को विराम मिल गया है। लोकसभा चुनावों में यूपी में भाजपा के रथ को रोकने की मंशा से हुए सपा-बसपा गठबंधन के बाद लोगों की नजर इस बात पर टिकी हुई थी की मायावती और अखिलेश यादव चुनावी मैदान में किस सीट से उतरेंगे। हालांकि मायावती ने कुछ दिनों पहले इन कयासों पर विराम लगाते हुए यह ऐलान किया था कि वे इस बार लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगीं वहीं दूसरी ओर रविवार को अखिलेश यादव के नाम पर से भी सस्पेंस खत्म हो गया है। समाजवादी पार्टी ने दो प्रत्याशियों की सूची जारी की है। जिसमें बताया गया है कि अखिलेश यादव आजमगढ़ से चुनाव लड़ेंगे। रविवार को जारी हुई सूची में दूसरा नाम सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान का है। पार्टी ने उनको रामपुर से उम्मीदवार बनाया है। ज्ञात हो कि आजमगढ़ की सीट से मौजूदा सांसद अखिलेश यादव के पिता एवं सपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव हैं।
2014 में हुए लोकसभा चुनावों में जहां पूरे उत्तर प्रदेश में मोदी लहर देखने को मिली थी और भाजपा को कुल 71 सीटों पर जीत मिली थी जबकि उसके सहयोगी अपना दल को भी दो सीटें हासिल हुई थीं। वहीं कुछ चुनिंदा सीटें (5 सपा और दो कांग्रेस) ऐसी थीं जहां उसके बावजूद भी कमल खिलने से रह गया था। आजमगढ़ भी उन चुनिंदा सीटों में से एक थी। 2014 में इस सीट पर अखिलेश के पिता मुलायम सिंह यादव विजयी हुए थे। यह सीट लंबे समय से सपा का गढ़ मानी जाती रही है लेकिन 2009 में यह सीट भाजपा के हाथ लग गई थी। अब 2019 में इस सीट पर अखिलेश यादव के लड़ने से सपा की मजबूत दावेदारी दिखाई दे रही है और इस बार सपा-बसपा के एक साथ चुनाव लड़ने की वजह से इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो सकता है।