नई दिल्ली, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने स्वयंसेवकों से कहा कि वे अपनी विचारधारा के अनुकूल सरकार लाने के लिए दिन रात एक कर दें। संघ कार्यकर्ता लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करने के अलावा लोगों को सही प्रत्याशी को समर्थन करने के लिए भी प्रेरित करें।
पिछले सप्ताह ग्वालियर में हुई संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा के जरिए भी यह संदेश दिया गया। संघ के एक नेता ने स्वीकार किया कि इस बार ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है। हम स्वयंसेवकों को भी यही बता रहे हैं। स्वयंसेवक लोगों के बीच जाकर लोगों को 100 फीसदी मतदान का लक्ष्य हासिल करने का प्रयास करें।
मतदान का प्रतिशत बढ़ाने की कोशिश में ही स्वयंसेवक काम करते हैं। ग्वालियर में समापन भाषण में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी यही कहा। हालांकि संघ के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने यह भी कहा कि लोगों को मालूम है कि देशहित में क्या करना है। उनका इशारा साफ था। संघ के एक दूसरे नेता ने कहा इस बार चुनौतियां ज्यादा हैं। उन्होंने कहा इस बार सब ज्यादा शक्ति से लगेंगे क्योंकि इस बार ‘राष्ट्रविरोधी शक्तियां’ भी लगी हुई हैं। उन्होंने कहा कि 2014 के चुनाव में माहौल पूरी तरह समर्थन का था। अब लोगों में राजी-नाराजगी सब है। ये सब जगह है, स्वयंसेवकों में भी है। इसलिए राष्ट्रविरोधी ताकतों को रोकने के लिए ज्यादा जोर लगाना होगा।
कौन हैं राष्ट्रविरोधी ताकतें, यह पूछने पर संघ नेता ने कहा संघ जिन्हें राष्ट्रविरोधी शक्तियां मानता है वह देश के अंदर भी हैं और बाहर भी। वे ताकतें नहीं चाहती कि संघ और संघ की राष्ट्रवादी विचारधारा देश में लंबे समय तक कायम रहे, इसलिए वह उस विचारधारा को परास्त करने के लिए तरह तरह के गठजोड़ कर रहे हैं। संघ के लोग किस तरह मतदाताओं तक पहुंचेंगे यह पूछने पर संघ के एक नेता ने बताया कि संघ का सांगठनिक ढांचा सब जगह है।