भोपाल, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मालवा और निमाड़ में बागियों ने सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस पार्टी को पहुंचाया जिसके कारण कांग्रेस स्पष्ट बहुमत नहीं पा सकी लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री कमलनाथ कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं।
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री होने के कारण उनके ऊपर गोरी जिम्मेदारी है इसके बाद भी वह बसपा सपा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और कांग्रेस की विचारधारा से जुड़े हुए लोगों को एक मंच पर लाकर लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरना चाहते हैं इसके लिए वह लगातार प्रयास कर रहे हैं पार्टी के अंदर के बागियों और अन्य राजनीतिक दल जो भाजपा से दूरी बनाकर रखते हैं उनको साथ लेकर चलने की कमलनाथ ने नई रणनीति बनाकर सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से बात करना शुरू कर दिया है उल्लेखनीय है विधानसभा चुनाव के दौरान मालवा निमाड़ और बघेलखंड क्षेत्र पार्टी को काफी नुकसान उठाना पड़ा विधानसभा चुनाव के अनुभव को देखते हुए लोकसभा चुनाव में कमल नाथ विशेष रूप से सक्रिय हैं।