ग्वालियर, ग्वालियर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की तीन दिवसीय बैठक शुक्रवार से शुरू हो गई है। यह बैठक रविवार तक चलेगी। लोकसभा चुनावों की घोषणा से पहले हो रही इस बैठक को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वहीं उम्मीद की जा रही है कि वर्तमान में चल रहे सभी बड़े मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। आरएसएस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के मुताबिक आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की यह बैठक 8 से 10 मार्च तक मध्य प्रदेश के ग्वालियर में चलेगी। उन्होंने कहा कि इस बैठक में पूरे देश के हरेक प्रांत से संघ के करीब 1500 निर्वाचित और मनोनीत प्रतिनिधि शामिल लेंगे। भाजपा की ओर से संगठन मंत्री रामलाल बैठक में शामिल होंगे और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी एक दिन की बैठक में शामिल होंगे।
गौरतलब है कि आरएसएस की निर्णय लेने वाली सर्वोच्च सभा की बैठक ऐसे समय में हो रही है जब अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव होने हैं। इसके अलावा पुलवामा आतंकी हमले और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायु सेना के हमले और पाकिस्तान द्वारा भारतीय वायु सीमा के उल्लंघन का मुद्दा सबसे ज्यादा सुर्खियों में है। यह पूछे जाने पर कि बैठक में क्या पुलवामा आतंकी हमले से जुड़े घटनाक्रम पर चर्चा होगी, उन्होंने कहा, ‘बैठक में तात्कालिक मुद्दों पर चर्चा होती है।’ उन्होंने कहा कि इस बैठक में विभिन्न नीतिगत विषयों पर भी बातचीत होगी, इसके साथ ही इस विषय पर भी विचार किया जाएगा कि पिछली बैठक के बाद क्या क्या कार्य हुए, इनमें से कितने कार्य पूरे हुए, कितने लक्ष्य हासिल हुए। पदाधिकारी के अनुसार बैठक में गुणात्मक और संगठनात्मक विषयों पर चर्चा हो सकती है। प्रतिनिधि सभा की बैठक में वनवासी कल्याण आश्रम, भारतीय मजदूर संघ, विश्व हिन्दू परिषद, विद्या भारती जैसे संघ के आनुषंगिक संगठन भी हिस्सा लेंगे। माना जा रहा है कि इस बैठक में राम मंदिर और रोहिंग्या जैसे विषय भी उठाए जा सकते हैं।