जबलपुर, पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर सेना की एयर स्ट्राइक का राजनीतिक श्रेय लेने के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है और इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। चित्रकूट में जुड़वां बच्चों के अपहरण के बाद हत्या को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस को हमेशा मुस्तैद रहना चाहिए और आरोपितों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। दिग्विजय सिंह सपत्नीक कान्हा जाते समय जबलपुर में कुछ देर सर्किट हाउस में रुके। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से चर्चा की। पूर्व मुख्यमंत्री ने चित्रकूट में जुड़वां बच्चों के अपरहण और उसके बाद हत्या के मामले में भाजपा को घेरा। श्री सिंह कहा कि वारदात में यह भी देखा जाना चाहिए कि आरोपितों की बाइक पर रामराज्य लिखा था और बीजेपी का झंडा बना था। आरोपितों में दो चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के छात्र थे। क्या विश्वविद्यालय में यही सिखाया जाता है, क्या नानाजी देशमुख का यही सपना था। बीजेपी, बजरंग दल और विहिप का क्या यही रामराज्य है।
घटना पर दुख व्यक्त करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वे पीड़ित परिवार के साथ हैं। श्री सिंह ने कहा कि इंदौर में व्यापारी की सुपारी लेकर की गई हत्या का आरोपित सुधाकर मराठा भाजपा का समर्थक है। मंदसौर पालिका अध्यक्ष और बड़वानी में हुई हत्या में भी भाजपा नेता शामिल हैं। रतलाम में एक दलित की हत्या में भी संघ का पदाधिकारी शामिल है। यह सभी आरोपित पकड़े गए हैं इसका मतलब पुलिस मुस्तैद है। आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत की तीन दिवसीय जबलपुर यात्रा के मकसद पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक यात्रा है।