भोपाल, मध्यप्रदेश सरकार का बजट सत्र 18 फरवरी से शुरू होने जा रहा है। विपक्ष कर्ज माफी, ओला पाला से हुए किसानों के नुकसान और तबादले के मुद्दे पर सरकार को घेरने की जबरदस्त तैयारी कर रही है। भाजपा विधायक दल की बैठक में भी रविवार को नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के निवास स्थान पर जो बैठक बुलाई गई है। उसमें विधानसभा सत्र के 3 दिनों में सत्ता पक्ष को घेरने के लिए हर तरकस से तीर निकालकर सरकार पर हमला करने की रणनीति बनाई गई है।
लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए विपक्ष पूरी आक्रमक मुद्रा में सरकार के ऊपर हमला करने का कोई मौका छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। वहीं सत्ता पक्ष ने भी विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री निवास पर बुलाई है। यहां पर सत्ता पक्ष के विधायक विपक्ष के हमलों और विपक्ष की रणनीति का पूरे जोर-शोर से जवाब देने की तैयारी को लेकर विधायकों को जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। उल्लेखनीय है सत्ता पक्ष और विपक्ष के पास सदन में लगभग समान बहुमत होने से विपक्ष का दबाव विधानसभा में देखने को मिलेगा।
मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में 186 विधायकों ने ऑनलाइन सवाल पूछे हैं वहीं 150 ध्यानाकर्षण और 50 शून्य काल की सूचनाएं भी विधान सभा सचिवालय को प्राप्त हुई हैं। ध्यानाकर्षण प्रस्ताव अधिकतर क्षेत्रीय समस्याओं और क्षेत्रीय स्तर पर मौसम के कारण जो प्राकृतिक आपदा हुई है। उससे संबंधित ज्यादा ध्यानाकर्षण सचिवालय को प्राप्त हुए हैं।इस बीच विधान सभा अध्यक्ष एन.पी. प्रजापति ने विधान सभा में की जा रही सत्र संबंधी तैयारियों का आज जायजा लिया । इस अवसर पर संसदीय कार्य मंत्री गोविन्द सिंह एवं विधान सभा के प्रमुख सचिव ए.पी. सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
श्री प्रजापति ने बताया कि पंचदश् विधान सभा की द्वितीय सत्र अधिसूचना जारी होने से अब तक विधान सभा सचिवालय में कुल 727 प्रश्नों की सूचनाएं प्राप्त हुई है। जबकि ध्यानाकर्षण की 167,स्थगन की 08,शून्यकाल 64 तथा याचिकाएं 03 प्राप्त हुई।
उल्लेखनीय है कि पंचदश् विधान सभा के प्रथम बार नव-नियुक्त सदस्यों ने 309 प्रश्न लगाये है , इसी तरह स्थगन एवं ध्यानाकर्षण, शून्य काल की सूचनाओं में नव नियुक्त संख्या अधिक है।