मॉस्को,रूस के नोवा जिमिया द्वीप समूह में आपातकाल घोषित कर दिया गया है। राज्य में विद्रोह या प्राकृतिक आपदा के कारण नहीं यह आपातकाल क्षेत्र के रिहायशी इलाकों में पोलर बीयर दिखने के कारण जारी किया गया है। आर्किटक महासागर के पास स्थित इस द्वीपीय क्षेत्र में पोलर बीयर शहर की सड़कों पर नजर आए है। इसकी नतीजा यह हुआ कि पोलर बीयर ने कई स्थानीय निवासियों पर हमले भी किए। जलवायु परिवर्तन का प्रभाव अब कोने-कोने तक नजर आने लगा है। औसत तापमान में हुई वृद्धि का असर यह है कि पोलर बीयर के लिए अब आहार की कमी हो गई है और खाने की इसी कमी के कारण कभी-कभी भटकते हुए रिहायशी इलाकों में आ जाते हैं। गर्म होते आर्कटिक के कारण पोलर बीयर के लिए शिकार करना पहले से मुश्किल हो गया है। पहले भी कई बार रिपोर्ट्स आई हैं कि जलवायु परिवर्तन से वन्य जीवों का जीव-चक्र बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।
पोलर बीयर के रिहायशी इलाकों में आने की यह पहली घटना नहीं है। 2016 में भी ऐसी ही एक घटना हुई थी। उस वक्त मौसम की जांच करने वाली टीम सुदूर ट्रिनॉय में थी, जब अचानक क्षेत्र में पोलर बीयर दिखाई दिए थे। उस वक्त आपातकाल में कई दिनों तक टीम के घर से निकलने पर रोक लगा दिया गया और बाद में हेलिकॉप्टर के जरिए उन्हें सुरक्षित निकाला गया। रूस में पोलर बीयर के शिकार पर प्रतिबंध है इसकारण रिहायशी इलाकों में दिखने पर भी उन्हें मारा नहीं जा सकता। सरकार ने उन्हें शूट करने का लाइसेंस देने से इनकार कर दिया है। फिलहाल के लिए इलाके में आपातकाल लगा दिया गया है, लेकिन रेस्क्यू टीम जानवरों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के पूरे इंतजाम करती है। किसी तरह की अनहोनी से बचने के लिए इस दौरान लोगों के घर से निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है।