नई दिल्ली,इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद नौकरी पाने के लिए छात्रों को एक और परीक्षा देनी पड़ सकती है। केन्द्र सरकार इंजीनियरिंग के बाद नौकरी ढूंढ रहे छात्रों के लिए एक नई लाइसेंसी व्यवस्था अपनाने की तैयारी में है। इसके लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने मेडिकल प्रोफेशनल्स के लिए काम करने वाली मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) और वकीलों की बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) की तर्ज पर केन्द्र सरकार को इंडियन काउंसिल ऑफ इंजीनियर्स (आईसीई) गठित करने का प्रस्ताव दिया है। एआईसीटीई के प्रस्ताव के अनुसार इंडियन काउंसिल ऑफ इंजीनियर्स एक परीक्षा आयोजित करेगी, जिसे पास करने पर ही इंजीनियरिंग छात्रों को जॉब मिल पाना संभव होगा। दरअसल, एआईसीटीई एक नए प्रस्ताव प्रोफेशनल इंजीनियरिंग बिल-2019 पर काम कर रही है। इस बिल के मुताबिक, बीटेक या एमटेक करने वाले स्टूडेंट्स को पढ़ाई पूरी करने के बाद इंडियन काउंसिल ऑफ इंजीनियर्स की एक परीक्षा पास करनी होगी। काउंसिल की इस परीक्षा के बाद उन्हें एक लाइसेंस दिया जाएगा और उसी के बाद उन्हें कहीं जॉब मिल पाएगी। इंजीनियरिंग से जुड़ी सभी सरकारी नौकरियों के लिए यह अनिवार्य होगा। इस संबंध में एआईसीटीई के मुख्यालय में 10 फरवरी को एक बैठक होने जा रही है, जिसमें इस बिल के मसौदे पर चर्चा होगी।