नांदेड़,महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के एक सरकारी स्कूल के मध्यान्ह भोजन भोजन में सांप का बच्चा मिलने से पूरे स्कूल में कोहराम मच गया, पर रसोइये की सतर्कता के चलते कोई भी बड़ा हादसा होने से टल गया। स्थानीय लोगों के मुताबिक वक्त रहते यह बात महिला रसोइयां को पता चल गई और उसने बच्चों को खाना नहीं परोसने दिया, जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया। घटना नांदेड के हदगाव तालुका के गारगव्हान गांव की है, जहां जिला परिषद की स्कूल में मिड डे मील में बच्चों को खाना परोसने की तैयारी की जा रही थी कि तभी महिला रसोइयां की नजर खाने में पड़े सांप के बच्चे पर पड़ गई, जिसके बाद बच्चों को खाना नहीं परोसा गया और कई बच्चों की जान बच गई।
मिली जानकारी के मुताबिक सरकारी योजना के तहत महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के एक सरकारी स्कूल में बच्चों को खाना परोसा जाना था, जिसके लिए स्कूल की महिला रसोइयां ने खिचड़ी बनाई थी। महिला रसोइयां के मुताबिक यह खाना एक टीन शेड के नीचे बनाया जाता है। महिला को शक है कि सांप का बच्चा टीन शेड से ही नीचे खाने के बर्तन में गिर गया होगा। जिसके बाद जब महिला की नजर खिचड़ी में पड़े सांप के बच्चे पर पड़ी तो उसने पूरी खिचड़ी फेंक दी और वापस से बच्चों के लिए खाना बनाया।
स्थानीय लोगों और स्कूल प्रशासन का कहना है कि महिला बावर्ची की सतर्कता के चलते ही आज कई बच्चों की जान बच गई। अगर समय रहते उसने खाने में सांप न देखा होता तो शायद अनर्थ हो जाता। वहीं खाने में सांप का बच्चा होने की खबर तब सामने आई जब बच्चों ने घर जाकर अपने-अपने माता-पिता को यह बात बताई। ज्ञात हो इस सरकारी प्राथमिक स्कूल में पहली कक्षा से पांचवी कक्षा के 160 बच्चे पढते है। जिनके लिए दोपहर के खाने के लिए खिचड़ी बनाई गई थी। बच्चों के लिए यह खाना स्कूल के टीन शेड के नीचे बनाया जा रहा था, जिससे कहीं से यह सांप आकर खिचड़ी में गिर गया।
मामला सामने आने के बाद स्कूल समिति ने बीडीओ (ब्लॉक डेवलपमेन्ट ऑफीसर) को शिकायत की है। अब मामले की जांच की जा रही है। शिक्षणाधिकारी ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इस घटना से फिर से एक बार मिड डे मील बनाते हुए सावधानी नहीं बरती जाती यह साफ हो गया है। बता दें यह पहली बार नहीं है जब मिड डे मील में इस तरह की गड़बड़ियां सामने आई हों। इससे पहले भी मिड डे मील में मिलने वाले खाने की क्वालिटी हमेशा ही विवादों में रही है।