नई दिल्ली,राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम की सिफारिश पर जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और जस्टिस संजीव खन्ना को सुप्रीम कोर्ट का नया जज बनाया गया है। इससे पहले जस्टिस खन्ना के जूनियर होने का हवाला देकर सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस एस के कौल समेत कई लोगों ने विरोध किया था।
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई। दिल्ली हाईकोर्ट के जज जस्टिस संजीव खन्ना को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाए जाने की सिफारिश पर खुद सुप्रीम कोर्ट के ही जज जस्टिस संजय किशन कौल ने आपत्ति जता दी।
उन्होंने चीफ जस्टिस से कहा है कि वरिष्ठता के क्रम में आगे राजस्थान हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस प्रदीप नंदराजोग पर जस्टिस खन्ना को वरियता देना ठीक नहीं कॉलेजियम के इस फैसले से गलत संदेश जाएगा। हालांकि जस्टिस कौल ने जस्टिस खन्ना पर किसी तरह के सवाल नहीं उठाए हैं।
इससे पहले दिसंबर में कॉलेजियम ने दिल्ली के चीफ जस्टिस राजेंद्र मेनन और राजस्थान हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस प्रदीप नंदराजोग को चुना था लेकिन ये फैसला बदल दिया गया।