जांजगीर-चांपा, जांजगीर की जिला जेल में निरूद्ध बंदियों की लगातार मौत हो रही है। बंदी अचानक बीमार होकर काल की गाल में समा जा रहे हैं। इससे जेल महकमा हैरान है। जेलर को अब ऐसा लगने लगा है कि जिला जेल में किसी दैवीय शक्ति का प्रकोप है- जिसके चलते बंदी अचानक बीमार होकर काल की गाल में समा रहे हैं। जेलर का यहां तक कहना है कि दैविय शक्ति के प्रकोप को दूर करने के लिए जिला जेल में पूजा-पाठ करवाने की आवश्यकता है। जेल में जल्द ही पूजा-पाठ कराई जाएगी। दरअसल- जिला जेल जांजगीर में निरूद्ध बिर्रा थाना अंतर्गत ग्राम करनौद निवासी गौरव तंबोली पिता पंचराम तंबोली की मंगलवार की रात अचानक मौत हो गई। वह धोखाधड़ी के आरोप में पिछले छह माह से जिला जेल में निरूद्ध था। बताया जा रहा है कि मंगलवार की रात अचानक उसके सीने में दर्द हुआ, जिसकी जानकारी मिलने पर जेल प्रबंधन ने उसे जिला अस्पताल जांजगीर पहुंचाया, जहां उसकी मौत हो गई। जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के मुताबिक- बंदी गौरव तंबोली की मौत हार्ट अटैक से हुई है- लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा होने की बात उनके कही जा रही है।
बता दें कि जिला जेल में निरूद्ध बंदियों की लगातार मौत हो रही है। दो माह पहले भी यहां निरूद्ध मुलमुला थाना अंतर्गत ग्राम नरियरा निवासी नरेन्द्र कुमार की मौत हुई थी। नरेन्द्र कुमार पर चोरी का आरोप था और उसके खिलाफ स्थायी वारंटी जारी हुआ था, जिसके आधार पर मुलमुला पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर बीते 14 अगस्त को जिला जेल जांजगीर में दाखिल करवाया था। बताया जाता है कि बीते दीवाली की रात उसकी तबीयत अचानक बिगड़ी और जिला अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इधर- जिला जेल जांजगीर में निरूद्ध बंदियों की लगातार हो रही मौत से जेल महकमा सकते में है। जिला जेल जांजगीर के जेलर एआर कुंजाम का कहना है कि उनके जेल में बंदियों को किसी तरह की परेशानी नहीं होती। जेल मैनुअल के अनुसार, बंदियों को सारी सुविधाएं एवं बेहतर भोजन आदि दिया जाता है। इसके बावजूद साधारण बीमारियों से बंदियों की मौत हो जा रही है- जो रहस्य का विषय है। जेलर कुंजाम का यह भी कहना है कि जिला जेल में निरूद्ध बंदियों की लगातार मौत होना किसी दैवीय शक्ति का प्रकोप लग रहा है। इसके लिए जेल में पूजा पाठ करवाने की आवश्यकता है। उच्चाधिकारियों से अनुमति लेकर जेल में पूजा-पाठ कराई जाएगी।