‘निजी अस्तित्व’ बचाने के लिए किया गया करार है महागठबंधन : मोदी

नई दिल्ली, विपक्षी पार्टियों के महागठबंधन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘यह सत्ता के लिए है, जनता के लिए नहीं। यह गठबंधन व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं के लिए है, लोगों की आकांक्षाओं के लिए नहीं है।’ उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव के लिए प्रस्तावित रिपीट प्रस्तावित महागठबंधन पर इसे विभिन्न राजनीतिक पार्टियों का ‘निजी अस्तित्व’ बचाने के लिए किया गया नापाक गठबंधन करार दिया। मोदी ने तमिलनाडु में चेन्नई मध्य, चेन्नई उत्तर, मदुरै, तिरुचिरापल्ली और तिरूवल्लुर निर्वाचन क्षेत्रों के भाजपा के बूथ कार्यकर्ताओं से वीडियो संबोधन के जरिए कहा कि लोग साफ साफ देखेंगे कि यह ‘धनाढ्य वंशों का एक बेतुका गठबंधन’ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महागठबंधन के प्रमुख घटक तेलुगू देशम पार्टी का गठन कांग्रेस की ज्यादती के खिलाफ दिवंगत मुख्यमंत्री एनटी रामाराव ने किया था लेकिन अब पार्टी कांग्रेस से हाथ मिलाने की इच्छुक है। मोदी ने कहा कि महागठबंधन में कुछ पार्टियों ने समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया से प्रेरित होने का दावा किया है लेकिन वह (लोहिया) स्वयं कांग्रेस की विचाराधारा के खिलाफ थे।
उन्होंने कहा, ‘आज कई लोग महागठबंधन की बात कर रहे हैं। गठबंधन निजी अस्तित्व को बचाने के लिए है और विचारधारा-आधारित समर्थन नहीं है। मोदी ने लोहिया के हवाले से कहा कि कांग्रेस एक समझौता पार्टी है जिसने कई वैचारिक मुद्दों, राष्ट्रीय हित के मुद्दों से समझौता किया है।
मोदी ने किसी का प्रत्यक्ष तौर पर जिक्र किए बिना कहा कि गठबंधन के कई नेताओं को आपातकाल के दौरान गिरफ्तार तथा प्रताड़ित किया गया था। द्रमुक के अध्यक्ष एम के स्टालिन जिन्होंने हाल ही में कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी को 2019 लोकसभा चुनाव में विपक्ष का प्रधानमंत्री उम्मीदवार बताया था, वह आपातकाल के दौरान जेल में डाले गए नेताओं में से एक हैं।
उन्होंने कहा, इन पार्टियों के शासन के दौरान भ्रष्ट और आपराधिक तत्व सर्वोच्च रहे। यह सबको पता है कि कैसे कांग्रेस ने विभिन्न मामलों में मुलायम जी (सपा नेता मुलायम सिंह यादव) को परेशान किया। क्या इन पार्टियों ने डॉक्टर लोहिया की विचारधाराओं के साथ न्याय किया? इसके जवाब में कार्यकर्ताओं ने कहा, ‘नहीं।’

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