बिहार को लेकर एनडीए में सीट बंटवारे की घोषणा कल संभव

नई दिल्ली, बिहार में एनडीए में 2019 लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर जारी रार अब खत्म होती दिख रही है। वहीं शनिवार को गठबंधन सहयोगियों के बीच होने वाला सीटों का ऐलान टल गया है। दिल्ली में एनडीए के तीन सहयोगियों बीजेपी, जेडीयू (जनता दल यूनाइटेड) और एलजेपी (लोक जनशक्ति पार्टी) की प्रस्तावित साझा प्रेसवार्ता रविवार को होने की संभावना है। इसके पूर्व मैराथन बैठक और नेताओं के बीच कई मुलाकातों के बाद बीजेपी और एलजेपी में सीटों के बंटवारे पर सहमति बन गई थी। सूत्रों के मुताबिक अब रविवार को सुबह 11.30 बजे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के आवास पर तीनों दलों के नेताओं की बैठक होगी। इस बैठक के बाद ही सीट बंटवारे की घोषणा हो सकती है। बिहार में एलजेपी के 5 लोकसभा सीटों पर लड़ने की संभावना है। इसके अलावा एलजेपी चीफ रामविलास पासवान को राज्यसभा भेजा जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक इस समझौते के तहत एलजेपी को एक लोकसभा सीट यूपी में भी मिलेगी। रविवार को एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर दिल्ली में अहम घोषणा हो सकती है। बताया जा रहा है कि एलजेपी के नेता इस वक्त मुंबई में हैं और इसी वजह से बैठक टल गई है।
बता दें कि बिहार में एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर यह रार तब शुरू हुई जब बीजेपी और जेडीयू ने 50-50 फॉर्म्यूला के तहत बिहार में बराबर सीटों पर लड़ने की घोषणा की। तब एलजेपी को 4 और आरएलएसपी को 2 सीटें देने की तैयारी थी। इसके बाद एनडीए में शामिल रही आरएलएसपी ने मुखर विरोध कर गठबंधन से अलग हो गई। उधर, गठबंधन में शामिल एलजेपी ने भी सीटों के बंटवारे पर अपने तेवर तीखे सवाल किए। इसके बाद बिहार में गठबंधन को बचाने और एलजेपी को मनाने के लिए खुद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को खुद आगे आना पड़ा। शाह ने रामविलास पासवान और चिराग को संदेश भिजवाकर घर बुलवाया और गिले-शिकवे दूर करने की कोशिश की। बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं। नए गणित के हिसाब से जेडीयू को 18, बीजेपी को 17 और एलजेपी को 5 सीटें मिल सकती हैं।
उधर शुक्रवार को चिराग पासवान ने भी वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की। हालांकि दोनों के बीच हुई बातचीत को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई। फिलहाल बीजेपी और एलजेपी के बीच जो फॉर्म्युला निकलकर सामने आ रहा है, उसके तहत एलजेपी को बिहार में 5 लोकसभा सीटें और यूपी में एक लोकसभा सीट गठबंधन के तहत दी जा सकती है। इसके अलावा रामविलास पासवान को राज्यसभा भेजा जा सकता है। उधर,आएलएसपी चीफ उपेंद्र कुशवाहा अब यूपीए का हिस्सा हो गए हैं। बिहार में महागठबंधन में कांग्रेस और आरजेडी के अलावा आरएलएसपी, जीतनराम मांझी की हिंदुस्तान अवाम मोर्चा, शरद यादव और लेफ्ट शामिल हैं। अब बिहार एनडीए के सामने अपनी एकजुटता साबित करने की चुनौती भी है।

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