मुंबई, गुरुवार को बाजार में जोरदार गिरावट देखने को मिली। मुंबई शेयर बाजार में ग्लोबल चिंताओं खास तौर पर अमेरिका और चीन के बीच गहराते ट्रेड वार के चलते गुरुवार को बाजार बुरी तरह से लड़खड़ा गया। जिसके कारण सेंसेक्स में 550 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली। निफ्टी भी करीब 1.75 फीसदी टूटकर 10600 के करीब तक पहुंचा। वहीं बैंक शेयरों का भी हाल गुरुवार को पस्त ही रही। यहां बैंक निफ्टी ने 300 अंकों का गोता लगाया है। मिडकैप इंडेक्स भी 1.5 गिरा है। ध्यान देनेवाली बात ये है कि बीएसई के सभी इंडेक्स गिरावट के साथ बंद हुए हैं। एशियाई बाजारों में गुरुवार को जोरदार गिरावट रही। इसी के दवाब में भारतीय बाजार भी गिरे। दरअसल कनाडा में चीन की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी हुवावे टेक्नोलॉजीज की सीएफओ की गिरफ्तारी और आज से शुरू हो रही ओपेक देशों की बैठक से पहले निवेशकों में बैचेंनी दिखाई दी, जिसका सीधा असर मुंबई शेयर बाजार में दिखाई दिया।
गुरुवार के कारोबार में इंडियाबुल्स हाउसिंग, मारुति सुजुकी, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली। वहीं, सन फार्मा, जेएसडब्ल्यू स्टील और गेल सबसे ज्यादा बढ़कर बंद हुए। गुरुवार को एनबीएफसी और बैंक शेयरों में दबाव साफ दिखा। इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस, एमएंडएम फाइनेंस, श्रेई इंफ्रा, इक्विटास में 4 से 6 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली। वहीं बैंक शेयरों की भी गुरुवार को पिटाई हुई। इंडसइंड बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक,एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक सभी में 2 फीसदी तक की गिरावट आई है। सरकारी बैंकों में पीएनबी, बैंक ऑफ बड़ौदा और एसबीआई सबसे ज्यादा पिटे हैं।
मारुति के डिमांड आउटलुक पर चिंता से ऑटो सेक्टर भी गुरुवार को रिवर्स गियर में चला गया। यहां एस्कॉर्ट्स, टीवीएस मोटर्स और टाटा मोटर्स में सबसे ज्यादा गिरावट आई है। इनमें 4 फीसदी तक की गिरावट गुरुवार को देखने को मिली है। अशोक लेलैंड, हीरो मोटो, एमएंडएम जैसे ऑटो दिग्गजों में भी कमजोरी ही रही। कारोबार के अत में बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 572.28 अंक यानि 1.6 फीसदी की कमजोरी के साथ 35312.13 के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 181.75 अंक यानि 1.7 फीसदी की गिरावट के साथ 10601.15 के स्तर पर बंद हुआ है।