उपेक्षा से आहत रालोस नेता उपेंद्र कुशवाहा क्या अब छोड़ेंगे एनडीए ?

पटना,राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने गठबंधन को छोड़ने के संकेत दिए हैं। कुशवाहा ने लोकसभा चुनाव में सीटों के तालमेल को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात नहीं होने को लेकर अफसोस जताया। उन्होंने कहा कि 4-5 दिसंबर को वाल्मीकि नगर में पार्टी द्वारा आयोजित राजनैतिक चिंतन शिविर के बाद वह कोई महत्वपूर्ण फैसला ले सकते हैं। इसी बीच इस बात की भी खबर मिल रही है कि 11 दिसंबर को लोकसभा के शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले उपेंद्र कुशवाहा नरेंद्र मोदी सरकार से इस्तीफा दे सकते हैं। भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा बिहार में लोकसभा सीटों के तालमेल को लेकर ऐलान के बाद से ही उपेंद्र कुशवाहा गठबंधन में असहज महसूस कर रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से भी मुलाकात की जिसके बाद इस बात के कयास लगने लगे की एनडीए में सीटों के तालमेल में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को सम्मानजनक सीट नहीं मिलने से उपेंद्र कुशवाहा नाराज हैं और महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं।सूत्रों की मानें तो बीजेपी उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को केवल 2 सीटें देना चाहती है जबकि उनकी मांग है कि उन्हें कम से कम 3 सीट मिले। इस दौरान उपेंद्र कुशवाहा लगातार कहते रहे हैं कि वह एनडीए में बने रहेंगे और नरेंद्र मोदी को एक बार फिर से प्रधानमंत्री बनाएंगे। पिछले दिनों उपेंद्र कुशवाहा ने अमित शाह से भी सीटों के तालमेल को लेकर बातचीत करने की पूरी कोशिश की मगर उन्हें बीजेपी अध्यक्ष से समय नहीं मिला। इसी बात से नाराज होकर पिछले हफ्ते उपेंद्र कुशवाहा ने ऐलान कर दिया कि वह सीटों के तालमेल को लेकर बातचीत के लिए तैयार हैं। उन्होंने साथ में यह भी शर्त रख दी थी अब वह अमित शाह के साथ नहीं बल्कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ ही सीटों के तालमेल पर बातचीत करेंगे।सीटों के तालमेल को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने प्रधानमंत्री मोदी से संपर्क भी साधने की कोशिश की और उनसे आग्रह किया कि वह 27 से 30 नवंबर के बीच उन्हें वक्त दें। मगर इसके बावजूद प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें वक्त नहीं दिया और उपेंद्र कुशवाहा की 30 नवंबर की डेडलाइन भी खत्म हो गई। अब ऐसे में इस बात की पूरी संभावना है कि उपेंद्र कुशवाहा जल्द एनडीए का दामन छोड़ सकते हैं। इसको लेकर वह वाल्मीकि नगर की बैठक में अपने पार्टी के बड़े नेताओं से बातचीत करने के बाद फैसला लेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *