रायपुर, बसपा प्रमुख मायावती ने साफ कर दिया है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बहुमत नहीं मिलने की स्थिति में वह न तो बीजेपी के साथ गठबंधन करेंगी और ना हीं कांग्रेस के साथ। उन्होंने कहा कि वह न भाजपा के साथ जाएंगी, न कांग्रेस के साथ, एक सांपनाथ है तो एक नागनाथ। उधर, मायावती की मौजूदगी में ही अजीत जोगी ने सफ़ाई दी कि उन्होंने बहुमत ना मिलने पर बीजेपी के साथ जाने की बात कभी नहीं की। मायावती ने कहा कि हमें पूरा यकीन है कि हमें पूरा बहुमत मिलेगा। मैं इसके लिए पूरी तरह से आश्वस्त हूं। उन्होंने कहा कि अगर हमें जनादेश नहीं मिला तो हम विपक्ष में बैठना पसंद कर सकते है। हम न बीजेपी के साथ जाएंगे और न ही कांग्रेस के साथ। क्योंकि ये दोनों पार्टी गरीब लोगों और दबे कुचले लोगों की हितैशी पार्टी नहीं है। उन्होंने कहा कि हम विपक्ष में बैठना पसंद करेंगे, लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि जिस तरह से हमारी गठबंधन पार्टियां काम कर रही हैं, हमें पूरा बहुमत मिलेगा।
इससे पहले अजित जोगी से जब यह पूछा गया था कि मान लीजिए कि आप सबसे बड़ी पार्टी बनकर आए, लेकिन आपको बहुमत के लिए किसी दल का समर्थन चाहिए, सबसे पहले आप किस पार्टी के पास जाएंगे, कांग्रेस या बीजेपी? इसके जवाब में अजीत जोगी ने कहा था कि हम जब उस स्थिति में पहुंचेंगे तो सीमा पार करेंगे। इस समय हमें अपने दम पर सरकार बनाने का पूरा भरोसा है। इसके बाद जब उनसे पूछा गया था कि अगर आपको सीमाएं तोड़नी पड़े तो बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने की संभावना से इनकार नहीं कर रहे हैं? इस पर अजीत जोगी ने कहा कि राजनीति में आप किसी भी संभावना से इनकार नहीं कर सकते। इसलिए कुछ भी हो सकता है। लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि ऐसी स्थिति नहीं आएगी। इससे पहले कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा है जोगी ने बीजेपी के साथ जाने का बयान देकर अपने पत्ते खोल दिए हैं। उन्होंने कहा कि हमें ना बीएसपी की ज़रूरत है ना किसी और की।