नई दिल्ली,सीबीआई बनाम सीबीआई विवाद में अब कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी कूद पड़े हैं। खड़गे ने सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा के समर्थन में शनिवार को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। उन्होंने कहा कि सीबीआई निदेशक वर्मा को इस तरह नहीं हटाया जा सकता है। खड़गे ने आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजने के फैसले पर सवाल उठाए हैं। अपनी अर्जी में खड़गे ने कहा कि वर्मा को हटाने का अधिकार न सीवीसी को है और न सरकार को है।
कानून के मुताबिक वर्मा को 2 साल का कार्यकाल मिलना चाहिए। खड़गे ने अपनी अर्जी में सरकार के इस कदम को मनमानी और अवैध करार दिया है। इससे पहले कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाए थे कि आलोक वर्मा को इसलिए हटा दिया गया, क्योंकि वह राफेल करार की जांच करना चाहते थे। सुप्रीम कोर्ट ने इस विवाद पर केंद्र सरकार को नोटिस भेजते हुए कहा है कि सीवीसी आलोक वर्मा के खिलाफ दो सप्ताह में जांच पूरी करे। सर्वोच्च अदालत ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के एक रिटायर्ड जज की निगरानी में इस मामले की जांच की जाएगी। वहीं कार्यकारी सीबीआई चीफ पर भी बड़ा निर्देश देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह इस दौरान कोई बड़ा (नीतिगत) फैसला नहीं लेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने कहा नागेश्वर राव ने अबतक जो फैसले लिए हैं, उसे सीलबंद लिफाफे में पेश किया जाए। इस मामले की अगली सुनवाई 12 नवंबर को होगी।