अहमदाबाद,गुजरात के गिर अभ्यारण्य में 23 शेरों की मौत का मामला अभी शांत नहीं था कि 3 और शावकों की मौत से वन विभाग में हड़कम्प मच गया है. दो दर्जन जितने शेरों की मौत के बाद बड़े बड़े वादे करने वाली शेरों को लेकर कितनी गंभीर यह तीन शावकों की मौत से सामने आ गया है. दावा किया जा रहा है कि इन फाइट में तीन शावकों की मौत हुई है. बता दें कि गुजरात में खतरनाक वायरस की चपेट में आने से गिर वन क्षेत्र में हाल ही में 23 शेरों की मौत ने वन प्रशासन को हिलाकर रख दिया था.
जानकारी के मुताबिक अमरेली जिले के एक गांव में तीन और शेर शावकों के शव मिलने के बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया है. हालांकि, वन विभाग का दावा है कि ये शावक आपसी लड़ाई के कारण मरे हैं. दरअसल, सोमवार को अमरेली जिले के खाडाधार गांव में वन विभाग के अधिकारियों को एक शावक के मरने की सूचना मिली. इसके बाद आसपास के क्षेत्रों में तलाशी के दौरान दो और शावकों के शव मिले। वन विभाग की तरफ से जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक, शावकों के शरीर पर दांत के निशान पाए गए हैं. विभाग ने बयान में कहा है कि इस क्षेत्र में हमें जमीन पर आपसी लड़ाई के संकेत मिले हैं. पिछले महीने खतनाक वायरस से 23 गिर शेर जान गंवा चुके हैं. अमरेली जिले में कुल 26 शेरों वाले अभयारण्य का केवल 20 दिनों में लगभग सफाया हो गया है. बताया जा रहा है कि 12 से 16 सितंबर के दौरान मरनेवाले 4 शेर कैनाइन डिस्टेंपर वायरस (सीडीवी) का शिकार थे. यह जानलेवा वायरस कुत्तों से जंगली जानवरों में फैलता है. वायरस के फैलने के बाद एहतियात के तौर पर वन विभाग ने सेमरडी इलाके के पास सरसिया से 31 शेरों को हटाकर जामवाला रेस्क्यू सेंटर में शिफ्ट किया गया है.