मी टू अभियान को पूनम का समर्थन,उसने ‘बेडरूम सीन के दौरान महसूस की असहज स्थिति

मुंबई,’मीटू’ कैंपेन के प्रति समर्थन जताते हुए एक्टर पूनम पांडे ने कहा कि वह खुद भी इस तरह की असहज स्थिति का सामना कर चुकी हैं। हालांकि, पूनम ने सीधे-सीधे किसी का नाम नहीं लिया।मी टू आंदोलन में नए नाम उभरकर सामने आने का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा।पूनम ने अपनी फिल्म ‘द जर्नी ऑफ कर्मा’ की शूटिंग के दौरान के कुछ अनुभवों को साझा किया।इस बारे में पूनम ने कहा, “एक्ट्रेसेस को इस तरह की चीजों से दो-चार होना पड़ता है। फिल्म की शूटिंग के दौरान मुझे इस तरह की हालातों से गुजरना पड़ा। हम शूटिंग के दौरान बेडरूम सीन शूट कर रहे थे, इस दौरान मेरे साथी कलाकार ऐसा जता रहे थे कि जैसे कि वह रील में नहीं रियल लाइफ में मेरे साथ बेडरूम सीन कर रहे हैं।” साथी कलाकार का नाम पूछने पर पूनम ने कहा, “मैं अभी किसी तरह की कंट्रोवर्सी में पड़ना नहीं चाहती। मेरी फिल्म रिलीज होने वाली हैं। मैं उनका नाम लेना नहीं चाहूंगी क्योंकि उनकी बेटी मेरी उम्र है।” हालांकि, पूनम ने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन उन्होंने कहा कि वह कलाकार इंडस्ट्री के सबसे बड़े विलेन में से एक है। पूनम का कहना है कि यही कारण था कि पिछले सप्ताह फिल्म के ट्रेलर रिलीज के मौके पर वह मौजूद नहीं थीं और यहां तक कि कुछ महीनों पहले फिल्म के पोस्टर रिलीज पर भी नहीं गई थीं। बता दें कि पूनम पांडे ने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत फिल्‍म नशा से की थी। हालांकि ‘नशा’ बॉक्‍स ऑफिस पर कोई धमाल नहीं मचा पाई लेकिन पूनम पांडे के हॉट अंदाज ने काफी लोगों का ध्‍यान अपनी तरफ खींचा। अब अपनी फिल्‍म ‘द जर्नी ऑफ कर्मा’ से पूनम पांडे एक बार फिर उसी अंदाज में नजर आ रही हैं।पूनम अपनी अपकमिंग फिल्म ‘द जर्नी ऑफ कर्मा’ को लेकर चर्चा में हैं। इस फिल्म में उनके शक्ति कपूर के साथ कई बोल्ड सीन हैं। यह फिल्‍म आर्थिक रूप से कमजोर मां और बेटी की कहानी है। इस लड़की के अपने सपने हैं और वह अपनी आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका जाना चाहती है। लेकिन इस सब के बीच उसकी आर्थिक स्थिति आड़े आ जाती है। शक्ति कपूर इस फिल्‍म में एक अमीर आदमी की भूमिका निभा रहे हैं जो पूनम पांडे से मिलता है।

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