शिमला,मौसम और भारी बर्फबारी से जूझ रहे हिमाचल को पिछले 21 से 23 सितंबर के बीच जान-माल की काफी क्षति उठानी पड़ी है। लगातार मौतों का सिलसिला जारी है। पिछले एक दिन में एक गर्भवती समेत दो की मौत की खबर है। बारलाचा दर्रे के पास किलिंग सराय में एक गर्भवती की मौत हुई है। वहीं, कोलकाता से किन्नौर घूमने आई 59 साल की महिला की तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई। वहीं, तीन दिन में प्रदेश को 220 करोड़ का नुकसान हुआ है। बता दें कि लाहौल-स्पीति में फंसे पर्यटकों को निकालने के लिए बीआरओ जवान अहम योगदान दे रहे हैं। जवान अपनी जान की परवाह किये बिना कई फीट ऊंची बर्फ की दीवारों को काटकर मार्ग बहाली के कार्य में जुटे हैं। मंगलवार को 400 के करीब लोगों को रोहतांग टनल से मनाली भेजा गया था। बुधवार देर शाम तक करीब 350 लोगों को मनाली पहुंचाया गया है। रोहतांग टनल की चीफ इंजीनियर एनएम चन्द्राणा ने यह जानकारी दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश में आई आपदा की जानकारी ली है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से फोन पर बात कर पूरी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने पूरी स्थिति को पीएम के सामने रखा। सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आपदा से हुए नुकसान पर संवेदनाएं जताई और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत और बचाव कार्य आज भी जारी है। पूरे हिमाचल में मंगलवार और बुधवार को दो दिन में 1200 के करीब लोग रेस्क्यू किए गए हैं। इनमें बड़ी संख्या में विदेशी टूरिस्ट भी शामिल हैं। मंगलवार को रोहतांग टनल के लिए जरिये 305 लोगों को निकाला गया था। बुधवार को भी यहां से लाहौल घाटी में फंसे लोगों को निकाला गया है। सीएम ने बताया कि बुधवार को पूरे प्रदेश से 898 लोगों को रेस्क्यू किया गया है, इनमें करीब 5 लोगों की हालत काफी गंभीर है। चंबा में 400 बच्चों स्कूली बच्चों को सड़क मार्ग से जिला मुख्यालय तक पहुंचाया गया है। सीएम ने कहा, अगर जरूरत पड़ी तो चॉपर भेजा जाएगा। सीएम ने कहा कि राहत और बचाव कार्य जारी रहेगा।