पणजी,गोवा मंत्रिपरिषद से हटाये गए फ्रांसिस डिसूजा ने इस मुद्दे को अपने स्वाभिमान से जोड़ लिया है। लिहाजा, यह भाजपा के लिए मुश्किल पैदा करने वाला हो गया है। गोवा में मनोहर पर्रिकर की अगुवाई वाले मंत्रिमंडल से हटाये गए विधायक फ्रांसिस डिसूजा ने गुरूवार को कहा कि अमेरिका से लौटने के बाद वह पार्टी की प्रदेश इकाई की कोर समिति से इस्तीफा दे देंगे। डिसूजा की सेहत ठीक नहीं हैं और वह अमेरिका में इलाज करवा रहे हैं। विरोध स्वरूप विधायक पद से इस्तीफा देने की अफवाह को सिरे से खारिज करते हुए डिसूजा ने कहा कि यह लड़ाई उनके ‘स्वाभिमान’ के लिए है। दिल्ली के एम्स में भर्ती मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने सोमवार को दो मंत्रियों फ्रांसिस डिसूजा और पांडुरंग मडकईकर को अपने मंत्रिमंडल से हटा दिया था। उनके स्थान पर भाजपा विधायक निलेश काबराल और मिलिंद नाइक को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था। शहरी विकास विभाग की अगुवाई कर रहे डिसूजा प्रदेश कैबिनेट से हटाये जाने से नाखुश थे। उन्होंने कहा कि पार्टी ने 20 साल की वफा का उनको यह ईनाम दिया है। डिसूजा ने फोन पर कहा, 15 अक्तूबर को वापस लौटने के बाद मैं भाजपा की प्रदेश इकाई की कोर कमेटी से इस्तीफा दे दूंगा। मैं भविष्य में पार्टी से कुछ भी नहीं चाहता हूं। यदि पेशकश की जायेगी तो भी मैं कोई सरकारी पद नहीं लूंगा।